
रमेश थेटे ने मप्र के मुख्य सचिव एंटोनी डीसा को चिट्ठी लिखकर सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने की जानकारी दी है। थेटे ने लिखा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकायुक्त पीपी नावलेकर के दबाव में आकर मेरे खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दी है। थेटे के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस में मामला दर्ज है। उन पर उज्जैन में जमीन के एक मामले में गड़बड़ी कर सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाने का आरोप है।
- और क्या लिखा थेटे ने?
- सीएम के सलाहकार मुझे शिवराज सिंह चौहान से मिलने नहीं दे रहे।
- मैं दलित हूं, इसलिए शिवराज के मन में मेरे प्रति दुर्भावना।
- मुझे प्रताड़ित कर मेरा करियर बर्बाद कर रहे हैं।
- मप्र के लोकायुक्त नावलेकर जातिवादी।
- मेरे खिलाफ लोकायुक्त द्वारा दर्ज सभी केस वापस लिए जाएं।