जबलपुर। सात माह पहले विधायक पश्चिम तरुण भनोत ने शिक्षा विभाग से गरीब बच्चों के दाखिले की सूची मांगी। लेकिन इतने महीने बीत जाने पर भी विभागीय अफसर जानकारी नहीं दे सके। जब जानकारी देने वाली बात प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन के सामने रखी गई तो वे भी खामोश ही हो गए।
बैठक में ही सवाल उठे कि जब मंत्री, विधायकों की बात अफसर नहीं सुन रहे हैं, तो काम कैसे पूरे होंगे। चर्चा में ही कार्रवाई की बात श्री भनोत ने प्रभारी मंत्री पर ही छोड़ दी। डीपीसी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश देना पड़े। ये एक विषय नहीं बल्कि ऐसे तमाम कार्यों में अधिकारियों की लापरवाही को प्रभारी मंत्री के सामने पेश किया गया। बुधवार को जिला योजना समिति की बैठक में विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने मिलकर कई सवाल खड़े किए। जिनका जवाब देने लायक स्थिति अधिकारियों की नहीं थी।