नई दिल्ली: आज आंबेडकर यूनिवर्सिटी में दीक्षांत सारोह की में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान ‘नरेंद्र मोदी वापस जाओ’ के नारे लगे. दीक्षांत समारोह में आए मोदी ने जैसे ही भाषण शुरू किया कुछ छात्रों ने नारे लगाने शुरू कर दिए. इसके बाद करीब दस सेकेंड की चुप्पी के बाद मोदी ने संबोधन शुरू किया. इस बीच सुरक्षाकर्मियों ने नारे लगे रहे छात्रों को घेर लिया और उनका मुंह बंद करके ले जाने लगे.
नारे लगाने वालों में पहली कतार में बैठे तीन छात्र और पांचवीं कतार में बैठे सुरेंद्र निगम थे. सुरेंद्र निगम ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ”पीएम ने आज रोहित की मौत पर दुख जताया है लेकिन अभी तक इस पर प्रशासन और सरकार दोनों की ओर से लापरवाही दिखाई दी है.”
यूनिवर्सिटी में ही मौजूद दूसरे छात्रों का दावा है कि पब्लिसिटी पाने के लिए ये विरोध किया गया. विरोध की आवाज बंद होने के बाद जब मोदी ने भाषण देना शुरू किया तो हैदराबाद में खुदकुशी करने वाले छात्र रोहित का जिक्र करते हुए भावुक हो गए.
दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा, ”जब ये खबर मिलती है कि मेरे देश के एक नौजवान बेटे रोहित को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा, उसके परिवार पर क्या बीती होगी. मां भारती ने अपना एक लाल खोया है. ”कारण अपनी जगह पर होंगे, राजनीति अपनी जगह पर होगी, लेकिन सच्चाई यही है कि मां भारती ने अपना एक लाल खोया है.”
रोहित की खुदकुशी के बाद देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन और केंद्र सरकार पर हो रहे चौतरफा हमलों के बीच पहली बार नरेंद्र मोदी ने अपनी भावनाएं जाहिर की. हालांकि 20 महीने की सरकार में पहली बार नरेंद्र मोदी को किसी समारोह में ऐसा विरोध झेलना पड़ा है.