
मालवा-निमाड़ क्षेत्र में शनिवार को कहीं रिमझिम तो कहीं बूंदाबांदी हुई। इंदौर और उसके आसपास शाम को बूंदाबांदी हुई। मौसम में आए बदलाव को फसलों के लिए लाभदायक माना जा रहा है। जिले में इस वर्ष करीब एक लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 30 हजार हेक्टेयर कम है। जिले में इस वर्ष लगातार बारिश से आंकड़ा तो सामान्य पर पहुंच गया, लेकिन पानी जमीन में नहीं उतरा। इससे बोवनी में पिछड़ने के साथ ही उत्पादन घटने का खतरा भी बना हुआ है। उपसंचालक कृषि ओपी चौरे ने बताया कि मावठा बरसने से किसानों को एक सिंचाई से राहत मिल जाएगी। खरगोन क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी के साथ ही झिरन्या, महेश्वर, सनावद, भगवानपुरा, बिस्टान आदि क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई। बुरहानपुर में शनिवार सुबह करीब 10 मिनट तक बारिश हुई।