
शनिवार सुबह हुआ हंगामा
मंदिर तोड़े जाने से नाराज हिंदू संगठनों के साथ भाजपा पार्षदों ने भी निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। कुछ देर बाद वहां पहुंचे महापौर आलोक शर्मा और परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने पूरे मामले का ठीकरा निगम कमिश्नर तेजस्वी एस नायक पर फोड़ दिया। दोनों ने ही कमिश्नर नायक पर बिना बताए कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
दिनभर होती रही नारेबाजी
भाजपा नेताओं और व्यापारियों ने दिनभर निगम कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी की। लोग कमिश्नर को हटाने की मांग पर अड़े रहे। दोपहर को जब मामला फिर गर्माया, तो वहां भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। अफसर भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। बिट्टन मार्केट फुटकर व्यापारी संघ ने शनिवार को लगने वाले हाट बाजार को बंद करने का फैसला ले लिया। वहीं आसपास की सभी दुकानें बंद करवा दी गईं। संस्कृति बचाओ मंच के संयोजक चंद्रशेखर तिवारी ने चेतावनी दी कि अगर मंदिर दुबारा नहीं बनाया गया, तो फिर से प्रदर्शन होगा।
30 साल पुराना है मंदिर..
शिर्डी के साईं बाबा का यह मंदिर 30 साल पुराना बताया जाता है। निगम की कार्रवाई में पूरा मंदिर ध्वस्त हो गया, लेकिन मूर्ति को कुछ भी नहीं हुआ।
बायोगैस प्लांट से बाहर था मंदिर
यह मंदिर बायोगैस प्लांट से बाहर था। फिर भी निगम अमले ने किसी को भी विश्वास में नहीं लिया। न तो किसी से बातचीत हुई और न ही यह तय हुआ कि मंदिर को हटाना जरूरी है। तहसीलदार के साथ अमले ने अचानक रात में जेसीबी की मदद से इसे तोड़ दिया।
इनका कहना है...
हमारी ही सरकार और हमारी ही परिषद है। फिर भी कमिश्नर या निचले स्तर के किसी भी अधिकारी ने कोई जानकारी नहीं दी। मैं भर्त्सना करता हूं।
सुरजीत सिंह चौहान, परिषद अध्यक्ष