
इसी तारतम्य में महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष मीना शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह गठन महज औपचारिकता है वास्तव में हम सब समान हैं ,संगठन का प्रत्येक सदस्य अपने को पदाधिकारी समझ कर कार्य करें ताकि शीघ्र लक्ष्य प्राप्त किया जा सके यही हमारा उद्देश्य होना चाहिए। तत्पश्चात् सभी वक्ताओं नें अपने-अपन वक्तव्य दिए , जिसमें सभी का एक मात्र उद्देश्य है कि अतिथि शिक्षकों का नियमिती करण हो , सभी का भविष्य उज्ज्वल हो।
जिलाध्यक्ष इन्द्रपाल पटेल नें सभी अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा हम अपनें भविष्य की निश्चतता के लिए जी जान से मेहनत करें, जिन संकुलों में अतिथि शिक्षकों को मानदेय नही मिल पाया है, हम सम्पर्क कर अतिशीघ्र मानदेय दिलानें का प्रयास करेंगे। उल्लेखनीय है कि जिले के शत-प्रतिशत संकुलों में 3-4 महीनें में अतिथि शिक्षकों का मानदेय मिल पाता है वो भी सबसे पीछे, नियमित एवं संविदा शिक्षकों के बाद। एैसी स्थिति में अतिथि शिक्षकों को विद्यालय जानें के लिए वाहन के किराए तक की व्यवस्था नही हो पाती ।
अन्त में जिलाध्यक्ष पटेल नेेे 18 जनवरी को बडी संख्या मे अतिथि शिक्षकों को भोपाल चलनें का आह्वान करते हुए कहा कि सभी अतिथि शिक्षकों की सुरक्षा की मेंरी जिम्मेदारी है यदि अपनी इस लडाई मे लाठी खानें की नौबत आती है तो सबसे पहले मैं लाठी खाउॅगा, अंतिम साॅस तक मैं आप सब के रोटी की लडाई लडता रहूॅगाा । तत्पश्चात जिला शिक्षाधिकारी प्रांगण से प्रारंभ कर सिविल लाइन होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाल कलेक्टर महोदय को अपनी माॅगों से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा।
ये रहे उपस्थित-जिलाध्यक्ष इन्द्रपाल पटेल, कार्यवाहक अध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, संगठन मंत्री ज्ञानेन्द्र सेन, जिला मीडिया प्रभारी शिव ललन कुशवाहा, जिला सचिव अवधेश द्विवेदी, महेन्द्र पाण्डेय, संदीप सिंह गनेशा, राम टहल रजक, राजेश पटेल, राजमन प्रजापति, रमेश कुमार गुप्ता कामता पटेल,अरूण तिवारी बजवाही, पुष्पेन्द्र सिंह सहिजना, धीरेन्द्र सिंह, अम्बरीश गौतम, ़ऋषभ गौतम, सुशील कुमार साकेत, उदयभान स्ंिाह,मनोज श्रीवास्तव, लक्ष्मी सिंह,संगीता कुशवाहा, सुरेन्द्र सिंह एवं सैकडों अतिथि शिक्षक।