भोपाल। मप्र पुलिस में भर्ती में अब शारीरिक परीक्षा के 5 चरण होंगे। अभी सिर्फ आठ सौ मीटर की दौड़ ही शारीरिक दक्षता का पैमाना तय था, लेकिन आगामी भर्ती में सौ मीटर की दौड़, लंबी कूद, गोला फेंक, ऊंची कूद को फिर शामिल कर लिया है। पुलिस मुख्यालय तीन महीने से इसके लिए कोशिश कर रहा था।
जानकारी के मुताबिक गृह महकमे ने पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शारीरिक परीक्षाओं को आगामी भर्तियों में लागू करने के लिए कहा गया है। फिलहाल शारीरिक दक्षता परीक्षाओं की अनिर्वायता आरक्षकों की भर्ती में होगी। उप निरीक्षकों की भर्ती को इनसे मुक्त रखा गया है।
उप निरीक्षक के उम्मीदवारों के लिए दौड़ ही पैमाना होगी। जानकार बताते हैं कि उपनिरीक्षकों के लिए भी आरक्षकों की तरह सभी शारीरिक परीक्षाओं को जल्द जोड़ा जा सकता है। उल्लेखनीय होगा कि तीन वर्ष पहले सरकार द्वारा नियम बदलने की जबर्दस्त आलोचना हुई थी। राज्य विधानसभा में विपक्ष ने इसे व्यापमं घोटाले से जोड़ा था।
दमखम वाले पुलिसकर्मियों की जरूरत
पुलिस भर्ती में लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंक जैसे कठिन इम्तिहानों को हटाना तथा सिर्फ आठ सौ मीटर की दौड़ ही अनिवार्य रखना उम्मीदवारों के लिए अपेक्षाकृत रूप से आसान हो गया था, जबकि पीएचक्यू की मंशा थी कि दमखम वाले उम्मीदवार बल में शामिल हों।
बताते हैं कि डीजीपी सुरेंद्र सिंह ने सभी शारीरिक दक्षता परीक्षाओं को फिर अनिवार्य बनाने शासन को प्रस्ताव भेजा था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (चयन) प्रमोद फलणीकर के मुताबिक इस वर्ष होने वाली भर्तियों में लंबी कूद व ऊंची कूद भी अनिवार्य होगी, शासन से इसके लिए मंजूरी आ गई है और इसी के मुताबिक भर्तियों की तैयारी हो रही है।
चार हजार भर्तियां जल्द
मप्र पुलिस बल में लगभग 14 हजार भर्तियां प्रस्तावित हैं। इनमें आरक्षक, प्रधान आरक्षक, उप निरीक्षक, यातायात बल, विशेष सशा बल आदि के विभिन्न् पद शामिल हैं। इनमें से चार हजार भर्तियां इसी वर्ष की जाएंगी। इनमें से लगभग 80 फीसदी पद आरक्षकों के हैं।