
सीबीआई ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक छविकांत धुर्वे उर्फ सीके धुर्वे को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा था। मामले में फरियादी मुकेश जैन ने सीबीआई में लिखित शिकायत की थी कि उसकी पत्नी के नाम पर होम लोन स्वीकृत करने के लिए बैंक प्रबंधक 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है। उसकी पत्नी ने साढ़े चार लाख रुपए होम लोन स्वीकृत किए जाने के लिए बैंक में आवेदन दिया था।