
लोकायुक्त डीएसपी आरबी शर्मा ने बताया कि फरियादी अनूप खत्री से ई-रजिस्ट्री के लिए एक लाख बीस हजार रुपए के स्टांप लिये थे, लेकिन उस समय किसी कारण से रजिस्ट्री टल गई. जिसके बाद फरियादी को स्टाम्प का रिफंड वापस लेना था.
नियमानुसार दस प्रतिशत काट कर शेष राशि का अनूप खत्री को भुगतान होना था, लेकिन क्लर्क इस काम के लिए करीब एक माह से चक्कर लगवा रहा था. इसकी शिकायत फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस में दर्ज कराई.