
यह बात सागर विधायक शैलेन्द्र जैन ने बुधवार को विधानसभा में ध्यानाकर्षण में उठाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने एस्सेल कंपनी को बिजली वितरण और बिल वसूली को ठेका दिया था तब से 100 से 1000 प्रतिशत तक के एवरेज बिल थमाए जा रहे हैं।
इसकी पुष्टि सागर के 67 हजार उपभोक्ताओं के बिल देखकर की जा सकती है। ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ला की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री जयंत मलैया ने जवाब में कहा कि एस्सेल कंपनी की जांच के लिए भोपाल से अधिकारियों की टीम भेजी जाएगी।