
उन्होंने कहा, ‘मुझे वास्तव में दुख हुआ है। मैंने यह कभी नहीं सोचा था कि भाजपा इतने निचले स्तर तक जाएगी, और एक व्यक्ति जो शानदार कांग्रेसी परिवार छोड़कर उनसे साथ आया है, उसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।’’ उनके अगले कदम के बारे में पूछने पर आजाद ने कहा, ‘मैं मार्गदर्शक मंडल के पास जाउंगा और उनसे सवाल करूंगा कि क्या जब कोई व्यक्ति भ्रष्टचार के खिलाफ बोलता है तो क्या पार्टी उसे सूली पर चढ़ा देगी और उसे निलंबित कर देगी।’ अपने निलंबन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया है और सांसद के खिलाफ ऐसा कदम उठाने के पहले उसे कारण बताओ नोटिस भी जारी नहीं किया है।
उन्होंने कहा, ‘उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। उन्होंने एक कारण बताओ नोटिस भी जारी नहीं किया। यदि आप किसी सांसद को निलंबित करते हैं तो आपको संसदीय बोर्ड में जाना होता है। क्या आपने वह किया? वे अपने ही कानून का उल्लंघन कैसे कर सकते हैं जिसे हमने ही बनाया है।’