भोपाल। बालाघाट जिले में सरकारी अफसरों और माफिया की मिलीभगत से जंगल काटकर करोड़ों रुपए की इमारती लकड़ी के गोरखधंधे में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। बालाघाट पुलिस ने इस मामले में तीन और एफआईआर दर्ज की है। उधर इस मामले में कलेक्टर वी किरण गोपाल द्वारा आंध्रप्रदेश में अपने घर के लिए 16 लाख रुपए की सागौन भेजने की भी जांच शुरू हो गई है। एसपी गौरव तिवारी कलेक्टर का नाम लिए बगैर कहते हैं कि हर शिकायत की जांच की जा रही है। उधर भाजपा सांसद बोध सिंह भगत का कहना है कि दोषी चाहे कोई भी हो, उस पर कार्रवाई के लिए वे हर स्तर पर बात करेंगे।
फर्जी टीपी कांड में अब तक बालाघाट पुलिस 20 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। इसमें अवैध ढंग से छह हजार पेड़ों की कटाई होने की जानकारी सामने आई है। गुरूवार देर रात दर्ज किए गए तीनों मामलों में पुलिस ने राकेश डहरवाल, संजय धुवारे के साथ राकेश डहरवाल के एक और मुंशी सोहन सिंह धुर्वे और ठेकेदार डालचंद ऐड़े को आरोपी बनाया है। पुलिस आरोपी राकेश और संजय को पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है। इन मामलों में भी तत्कालीन और वर्तमान अपर कलेक्टर की भूमिका संदेहास्पद है। माफियाओं ने पहले आदिवासियों की जमीन से पेड़ कटवाए। फिर सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत कर मामूली जुर्माने के बाद लाखों रुपए की लकड़ी का परिवहन कर दिया।