
मप्र में सहायक सचिवों की संख्या करीब 19 हजार है। इसी तरह बैठक में लगभग 23 हजार ग्राम पंचायतों में पदस्थ पंचायत सचिवों की लंबे समय से चली आ रही वेतन विसंगति को भी खत्म कर दिया गया है। अब सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों को एक जैसा वेतन मिलेगा। कांग्रेस शासनकाल के दौरान 1995 में पंचायत सचिवों को पंचायतकर्मी के तौर पर रखा गया था। भाजपा शासनकाल के दौरान 2008 में उन्हें पंचायत सचिव पद देकर पे-स्केल तय कर दिया गया। लेकिन आदेश की ग्राम पंचायतों ने अलग-अलग विवेचना की, जिससे पंचायत सचिवों का वेतन कहीं 10 हजार, कहीं 12 हजार और कहीं 15 हजार हो गया।
इसी विसंगति को दूर कर दिया गया है। एक समान वेतन करने के बाद जिन पंचायत सचिवों का एरियर बनेगा, उस पर जल्द ही निर्णय लेकर आदेश जारी किए जाएंगे। यह एरियर 2013 से दिया जाएगा।