दमोह। फिल्टर कालोनी में एक किराए के मकान में हजारों बच्चों का मध्यान्ह भोजन बनना रहवासियों के लिए मुसीबत बन गया है। दिन भर भोजन बनने के बाद यहां बर्तन धोए जाते हैं और बचा-खुचा खाना नालियों में बहाया जाता है। जिससे कालाेनी की नालियां चौक हो गईं और पूरे में बदबू फैल रही है। रोचक बात ये है कि यह गंदगी फिल्टर प्लांट से निकलने वाले दूषित पानी में मिलकर एक साथ नाला में बह रही है, जो कलेक्टर निवास के पास से गुजरता है, बदबू हाेने पर कलेक्टर ने सीएमओ को फोन करके नाला बंद करा दिया, लेकिन कालोनी की नालियों में अब भी गंदा पानी बहने से लोग परेशान हैं।
ज्ञात हो कि बीएसएनएल ऑफिस के पीछे स्थित फिल्टर कालोनी में 70 से ज्यादा परिवार निवास करते हैं। यहां पर नगरपालिका का फिल्टर प्लांट भी स्थित है। इस प्लांट के बाजू में ही एक बड़े मकान में शहर के करीब 30 प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के छात्र-छात्राओं के लिए मध्यान्ह भोजन बनाया जाता है। भोजन बनाने के दौरान बर्तन धोने का दूषित पानी और सड़ी सब्जियां भी कालोनी के नाला में बहा दिया जाता है। यह दूषित पानी फिल्टर प्लांट से गुजरे नाला में जाकर मिल जाता है। जो कलेक्टर निवास से होते हुए बेलाताल के पास पहुंचता है। निरंतर इस नाला में मध्यान्ह भोजन की गंदगी बहने से बदबू फैल रही है। कलेक्टर के कहने पर इसे बीच में रोक दिया गया लेकिन कालोनी के रहवासियों के लिए दिन भर बदबू से बेहाल होना पड़ रहा है। लोगों का यहां सांस लेना मुश्किल हो गया है।
मैंने नाला बंद करा दिया था: सीएमओ
पहले कलेक्टर निवास से फोन आया था, तो मैंने नाला बंद करा दिया था, उपयंत्री ने दूषित पानी फिल्टर प्लांट के पास आने से बदबू आने की शिकायत की थी, हम दूषित पानी की निकासी के लिए व्यवस्था करा रहे हैं।
सुधीर सिंह, सीएमओ, दमोह
यह गलत है, मैं बंद करवाता हूं: कलेक्टर
यदि फिल्टर प्लांट के पास दूषित पानी जमा हो रहा है और रहवासी बदबू से परेशान हैं, तो मैं सीएमओ से बात करके मध्यान्ह भोजन बनवाना बंद करवाता हूं। यह गलत है ऐसा नहीं होना चाहिए।
श्रीनिवास शर्मा, कलेक्टर दमोह
कई बार सीएमओ को कहा
सीएमओ को कई बार मौखिक शिकायत कर चुके हैं, कालोनी के वाशिंदों जनसुनवाई में भी गए हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जहां भोजन बनता है, वहां पर दिन भर बर्तन धुलते हैं और दूषित भोजन नालियों में बहाया जाता है। घर में बच्चे और बड़े सब बदबू से परेशान हैं। यहां तक कि दूषित पानी फिल्टर प्लांट के पास के जमा हो रहा है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
यशपाल चौधरी, पूर्व नपाध्यक्ष, दमोह