सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। बहुचर्चित बालाघाट लकड़ी घोटाले में पुलिस के विशेष जांच दल ने जांच का रूख अवैध कटाई के मामले की तरफ मोड दिया है लकडी की अवैध कटाई के मामले में कल पुलिस ने 7 अलग अलग प्रकरण कायम किये है अब तक 11 प्रकरण दर्ज किये जा चूके है। अबतक इस पूरे प्रकरण में 22 लोगों की गिरफतारी हो चूकि है 36 लोगों पर कार्यवाही किया जाना है।
बालाघाट के कलेक्टर व्ही किरण गोपाल के खिलाफ भाजपा सांसद बोधसिंह भगत, विधायक के.डी. देशमुख ने पार्टी के आलाकमान से शिकायत करते हुये अवैध कटाई के प्रकरण की गहन छानबीन किये जाने की मांग की है। उन्होने आरोप लगाया है कि जनप्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर का व्यवहार ठीक नही है।
पुलिस द्वारा की जा रही जांच में यह बात उभर कर आ रही है कि वनविभाग के बड़े अधिकारियों की संलिप्तता और जानकारी के बिना इतने व्यापक पैमाने पर अवैध कटाई किया जाना संभव नही है और अधिकारियों की जानकारी में फर्जी टीपी का गौरखधंधा चलाया गया है।
फर्जी टीपी और अवैध कटाई की अफसरों द्वारा जांच की जाती तो बालाघाट से अन्य राज्यों को लकडी परिवहन के लिये फर्जी टीपी बनाने पर लगाम लगाई जा सकती थी लेकिन एैसा नही हुआ। वनमंत्री गौरीशंकर शेजवार ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है और उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दिये हैं।
इस मामले में बालाघाट कलेक्टर व्ही किरण गोपाल पर उंगलियां उठ चूकि हैं क्योंकि जो इमारती लकडी आंध्रप्रदेश में उनके गृहनिवास में निर्माणाधीन भवन में भेजी गई है वहा राजनांदगांव से ले जाई गई है जहां बालाघाट से फर्जी टीपी के जरिये लकडी पहुचाई गई थी। भले ही कलेक्टर लकडी का भुगतान आनलाइन के जरिये किये जाने की बात स्वीकार कर रहे है लेकिन उनकी यह बात किसी के गले नही उतर रही है।
पुलिस के विशेष जांच के प्रमुख श्री नीरज सोनी ने अवगत कराया की पुलिस ने छत्तीसगढ के राजनांदगांव में उस टिम्बर मर्चेंट के यहां दबिश दी तथा ऐसे दस्तावेज बरामद किये है जिसके जरिये राजनांदगांव से बडे़ पैमाने पर सगौन की लकडी कलेक्टर के गृह निवास भिजवाई गई है।
इस मामले का सबसे दिलचस्प पहलू यह भी है कि जहां एक ओर रूपयों का लालच देकर वनमाफियाओं ने आदिवासी के भू स्वामी हक की जमीन पर लगे हजारों पेड कटवा लिये वहीं आदिवासी निरक्षर किसान जिसे हस्ताक्षर करना भी नही आता वह भी रूपयों की चकाचैंध से लोभ में फसकर बेशकीमती इमारती वृक्षों पर कल्हाडी चलवा दी। वन और राजस्व अमले की सांठगांठ के चलते जगलों का तेजी से सफाया हो गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बैहर गोहारा निवासी किसान धनलाल गोंण्ड ने अपनी जमीन से 207 साजा के पेड गोवरी निवासी फूलसिंह गोंड ने 74 साल वृक्ष, चैनसिंह गोंड ने 18 बीजा के, प्रतापसिंह गोंड ने 72 साल वृक्ष, करोनांद बेहरा बिरसा निवासी मेहतबासिंह ने 10 साल वृक्ष तथा भूतना बिरसा सुकवल सिंह ने 40 सटकटा पेड कटवा दिये। पुलिस ने इनके खिलाफ मामला कायम किया है।