भोपाल। 16 नवंबर को सतना के पास चरकी घाटी में हुए बस हादसे की जांच के बाद शहडोल आरटीओ गोपाल शाह को सस्पेंड कर दिया गया है। इस हादसे में 9 लोगों की हादसे के तत्काल बाद मौत हो गई थी। परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने जांच के बाद आरटीओ को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए।
उल्लेखनीय है कि आरटीओ शाह अपने राजनीतिक प्रभाव के चलते घोर लापरवाही के बावजूद बचे हुए थे। उन पर दुर्घटनाग्रस्त बस की फिटनेस और परमिट जारी करने में लापरवाही बरतने का आरोप है। गोपाल शाह भाजपा के पूर्व विधायक शिवराज शाह के भाई हैं। शिवराज फिलहाल वित्त आयोग के चेयरमैन हैं।
यह हुआ था हादसा...
16 नवंबर को रीवा से अनूपपुर जा रही यात्री बस शाम को सतना-रीवा में रामनगर थाना इलाके की चरकी घाटी में तकरीबन 25 फिट गहरी खाईं में जा गिरी थी। हादसे में 9 यात्रियों की मौत हो गई,जबकि 27 अन्य यात्री घायल हो गए थे।
ब्रेक फेल लेकिन ध्यान नहीं दिया
पुलिस ने अनुसार बस में हादसे के वक्त लगभग 60 से भी ज्यादा यात्री सवार थे। शाम पौने 5 बजे के करीब जैसे ही बस चरकी घाटी पर पहुंची एक अंधे मोड़ के दौरान बस का ब्रेक फेल हो गया। चालक का संतुलन बिगड़ा और बस लगभग 25 फिट गहरी खाईं में गिर कर पलट गई। घायल यात्रियों ने बताया कि हादसे के थोड़ा पहले भी इस बस के ब्रेक फेल हुए थे। रास्ते में ही रिपेयरिंग के बाद जब बस गंतव्य की ओर बढ़ी तो ये हादसा हो गया।
न फिटनेस, न इंश्योरेंस फिर भी दौड़ती रही बस
हादसे का शिकार हुई यह बस बिना फिटनेस पासिंग के ही सड़क पर दौड़ रही थी। इस बस का अंतिम बार फिटनेस एक साल पहले 11 नवंबर 2014 को हुआ था। ट्रांसपोर्ट विभाग की साइट के अनुसार बस का इंश्योरेंस भी दो साल से नहीं हुआ। इस बस को परमिट और फिटनेस जांचने में शहडोल आरटीओ की भूमिका संदिग्ध मानी गई थी।