सांवरिया ग्रुप: मंत्रियों को रिश्वत का रिकॉर्ड मिला

भोपाल। चार दिन से चल रही सांवरिया ग्रुप पर आयकर की छानबीन में अनेक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जब्त दस्तावेजों में मंत्रियों के "पीए" को लाखों रुपए की रिश्वत देने का ब्यौरा दर्ज है। कब किस मंत्री के पीए को रकम दी गई उसका तारीखवार हिसाब मिला है। बोगस कंपनियों में लेनदेन, रिजर्व बैंक के नियमों का उल्लंघन और ब्लैक लिस्टेड कंपनियों में अनिल अग्रवाल व अन्य परिजन डायरेक्टर हैं।

सिंगापुर कनेक्शन की जांच आयकर विभाग के फारेन टैक्स डिवीजन को सौंपी जा रही है। भोपाल आयकर कमिश्नरेट में संभवत: यह पहला मौका है जब किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान पर सर्वे की कार्रवाई चौथे दिन भी चलती रही। ग्रुप संचालक अनिल अग्रवाल के पास मिले दस्तावेजों में मंत्रियों के निजी स्टाफ को रिश्वत की राशि देने का ब्यौरा दर्ज है। वर्ष 2009, 2010 एवं 2015 में भी कई बार मंत्रियों के स्टाफ को लाखों रुपए की राशि दी गई। इस जानकारी के संबंध में आयकर अफसरों ने अग्रवाल से सवाल-जवाब भी किए हैं।

अग्रवाल से दूसरे दिन भी विभाग की पूछताछ और बयान दर्ज किए जाने का सिलसिला दिन भर चला। पूछताछ में अग्रवाल ने यह बात स्वीकार की है कि वह बाबा रामदेव से जुड़े पतंजलि को आटा व अन्य सामग्री बनाकर देता है। सूत्रों का कहना है कि अग्रवाल का पूछताछ के दौरान असहयोगात्मक रवैया रहा। इसलिए विभाग अब सर्वे की कार्रवाई खत्म होने के बाद आयकर भवन में बुलाकर बाकी की पूछताछ करेगा। 

मांगा संपत्ति का ब्यौरा
आयकर विभाग ने अग्रवाल से उनकी सभी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा भी मांग लिया है। साथ ही पंजीयन कार्यालयों से भी अग्रवाल से जुड़ी सभी संपत्तियों की जानकारी तलब की गई है। विभाग को इस बात पर सबसे ज्यादा आश्चर्य है कि इतने बड़े कारोबार के मालिक ने विभाग के सामने कुल मात्र 16-18 करोड़ ही दिखाई जबकि दो हजार करोड़ से अधिक का टर्नओवर दिखाया गया। बढ़ा-चढ़ाकर खर्च दिखाने और लाभ को कम करने के साक्ष्य भी मिले हैं। 

वेयर हाउस में छानबीन
आयकर अफसरों ने शुक्रवार की सुबह इटारसी में कुछ ऐसे वेयर हाउस की छानबीन शुरू की जिनमें अग्रवाल ने अपना स्टॉक किराए पर रख दिया था। इस माल के बारे में दस्तावेजों में पूरा जिक्र नहीं मिला। इसलिए विभाग ने इसे अघोषित संपत्ति में माना है। दिन भर विभाग ने स्टॉक का सत्यापन कर उसका मूल्यांकन भी कराया है। मिसरोद के पास प्रस्तावित होटल, मैरिज हॉल की योजना व जमीन की लागत का आकलन भी किया है। 

रिजर्व बैंक को शिकायत
बोगस कंपनियों के लेनदेन में रिजर्व बैंक के नियमों का उल्लंघन भी मिला है। इस संबंध में आयकर विभाग सांवरिया ग्रुप की शिकायत रिजर्व बैंक को भेज रहा है। साथ ही मिनीस्टरी ऑफ कंपनी अफेयर्स की जानकारी में मामला भेजा गया है। सिंगापुर से जो राशि बोगस कंपनियों के जरिए लाई गई है उसकी छानबीन आयकर विभाग के फारेन टैक्स डिवीजन शाखा से कराई जाएगी। मंडीदीप की फेक्टरी में मिली 75 करोड़ की गड़बड़ी को लेकर जब सवाल हुए तो अग्रवाल ने कुछ दिनों का समय मांगा है। 

मिले सोने के सिक्के
आयकर विभाग को सांवरिया के भोपाल स्थित मुख्यालय से सोने के सिक्के और छोटे बिस्किट(बुलियन) भी मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि ये सिक्के अग्रवाल गिफ्ट में देने के लिए रखता था। विभाग ने सभी बेशकीमती सामान, नकदी और दस्तावेजों की सूची बनाकर रख ली है। जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं उनके बारे में अग्रवाल एवं उनके इटारसी स्थित परिजनों को अधिकृत तौर पर सूचित किया गया है।
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!