इंदौर/महेश्वर। कार्तिक अपहरण केस में नया खुलासा हुआ है। मामला कांट्रेक्ट किलिंग का निकला है। जानकारी के अनुसार डकाच्या के दूसरे मेडिकल स्टोर संचालक ने ही बच्चे की हत्या का ठेका दिया था। इसके एवज में पांच हजार रुपए एडवांस दिए थे।
उल्लेखीनीय है एक मेडिकल स्टोर संचालक अशोक मिश्रा के बेटे को अगवा करने के बाद अपहरणकर्ताओं ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। गुरुवार दोपहर उसकी लाश महेश्वर, नर्मदा में बहती मिली। अपहरणकर्ता परिवार के परिचित हैं। उनका कहना है था कि उन्होंने फिरौती के लिए वारदात को अंजाम दिया है।
हालांकि पुलिस को यह बात गले नहीं उतर रही थी। इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया, जिसमें से तीन को अलग थाने में रखकर पूछताछ की गई। पुलिस इनके नाम का खुलासा नहीं कर रही है, लेकिन परिजन ने बताया कि नानू और कान्हा ने पुलिस के सामने गुनाह कबूल लिया है।
पुलिस के मुताबिक गुरुवार दोपहर एक बजे डकाच्या के कार्तिक मिश्रा का शव महेश्वर में मिला। आंखों के ऊपर चोट और हाथों पर रगड़ के निशान हैं। शव मंडलेश्वर की ओर से बहता आया। घाट पर नहा रहे लोगों ने उसे देख पुलिस को सूचना दी। कार्तिक कोचिंग क्लास की ड्रेस में था। कंधे पर बैग और गले में आईकार्ड था।
- हत्या की वजह : अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के लिए हत्या करने की बात कबूली।
- किसने की : गांव के ही परिचित कान्हा और नानू का नाम चर्चा में है। नानू की मोटर बाइडिंग की दुकान है और कान्हा का चाट का ठेला है।
- हत्या कैसे की गई: गला घोंटकर।
- घटनास्थल : बायपास इलाके में।
- घटना का समय : रात सवा आठ से साढ़े नौ के बीच।
यहां फंस रहा है पेच
पुलिस ने दोनों को पकड़ तो लिया है लेकिन फिरौती के कारण हत्या किए जाने की कहानी गले नहीं उतर रही है। सवाल यह उठ रहा है कि यदि फिरौती ही चाहिए थी तो इतनी जल्दी कार्तिक को क्यों मार दिया।