जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट के साथ-साथ वकीलों ने एक और कोर्ट का बहिष्कार शुरू कर दिया है। यह बहिष्कार भी सीजे कोर्ट की तरह अनिश्चितकालीन है।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जबलपुर के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता आदर्शमुनि त्रिवेदी ने बताया कि बुधवार को हाईकोर्ट बार, हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार, सीनियर एडवोकेट्स कौंसिल, जिला बार और एमपी स्टेट बार कौंसिल के पदाधिकारियों व सदस्यों की उपस्थिति में सामान्य सभा आयोजित हुई।
डिवीजन बेंच के दूसरे सदस्य के प्रति भी आक्रोश
सबका कहना था कि इंदौर-महू के अधिवक्ता योगेश गर्ग व भिंड-गोहद के वकील तेजनारायण शुक्ला की हत्या के विरोध में वकीलों ने प्रतिवाद दिवस मनाया। इस दौरान न्यायिक असहिष्णुता की पराकाष्ठा करते हुए सीजे की अध्यक्षता वाली कोर्ट नंबर-1 में लगे केस खारिज कर दिए गए। चूंकि इस कोर्ट के दूसरे सदस्य न्यायमूर्ति संजय यादव थे, अतः उनकी कोर्ट के बहिष्कार का भी निर्णय लिया जाए।
बैठक में हाईकोर्ट बार के सचिव मनीष तिवारी, हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार के उपाध्क्ष मनोज शर्मा, सचिव विजय शुक्ला, जिला बार अध्यक्ष अशोक गुप्ता, सचिव मनीष मिश्रा, स्टेट बार सदस्य मनीष दत्त के अलावा अनिल खरे, रमन पटैल, राकेश पाण्डेय, डीके जैन, केके पाण्डेय, शशांक शेखर, शैलेन्द्र सिंह बिसेन सहित अन्य मौजूद रहे।
इंदौर या ग्वालियर तबादले की मांग
सामान्य सभा ने निर्णय लिया कि फिलहाल जस्टिस संजय यादव सीजे के साथ बैठ रहे हैं, लेकिन एकलपीठ में बैठने पर कोई भी वकील उनकी कोर्ट में पैरवी करने नहीं जाएगा। ऐसा तब तक किया जाएगा जब तक उन्हें हाईकोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर से इंदौर या ग्वालियर बेंच स्थानांतरित नहीं कर दिया जाता। यदि किसी वकील ने सर्वसम्मति से लिए गए इस निर्णय का उल्लंघन किया तो उसकी सनद निलंबित करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।