नईदिल्ली। इर्द गिर्द जी हुजूरी करने वाले अफसरों के कारण अक्सर मंत्री अपनी हदें भूल जाते हैं, लेकिन कुछ अफसर ऐसे होते हैं जो टांग खींचकर मंत्रियों को उनकी सीमाओं में वापस छोड़ आते हैं। हरियाणा में आज कुछ ऐसा ही हुआ। स्वास्थ्य मंत्री ने एक महिला आईपीएस से दुर्व्यवहार किया तो उसने आंसू नहीं बहाए बल्कि तपाक से ऐसा जवाब दिया कि खुद मंत्रीजी ही पैर पटकते हुए निकल लिए।
हरियाणा के स्वास्थ्य व खेल मंत्री अनिल विज फतेहाबाद में जन शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने पुलिस अधीक्षक आईपीएस संगीता कालिया से पूछा था कि पंजाब की सीमा से लगे इलाकों में शराब की तस्करी रोकने के लिए पुलिस क्या कर रही है। संगीता ने मंत्री को जवाब दिया था, 'हम कार्रवाई कर रहे हैं। हमने ढाई हजार मामले दर्ज किए हैं। इनमें से कई लोग जमानत पर बाहर आ गए और फिर से तस्करी में लग गए हैं।'
लेकिन, अनिल विज पुलिस अफसर से इस बात पर बहस करते रहे और पूछते रहे कि वह और कार्रवाई क्यों नहीं कर रही हैं। वो लगातार झुंझलाते जा रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे विज कुछ चाहते हैं जो संगीता नहीं कर रहीं हैं। संगीता ने विज की बदलती भाषा पर आपत्ति जताई तो चिल्लाते हुए मंत्री ने कहा 'गेटआउट' इस पर महिला आईपीएस ने भी तपाक से जवाब दिया 'नहीं जाउंगी, और आप इस तरह मेरा अपमान नहीं कर सकते।'
महिला आईपीएस के जवाब से बैठक में सनाका खिंच गया और मंत्री को समझ आ गया कि वो कुछ गलत कर रहे हैं। कुछ नहीं सूझा तो उठे और पैर पटकते हुए बैठक से बाहर चले गए। इसके बाद शुरू हो गई राजनीति जो आप दूसरे अखबारों में पड़ सकते हैं।