भोपाल। सारा दिन हो गया। झाबुआ के अलावा कोई और बात ही नहीं हो रही। शिवराज पर हमला और शिवराज का बचाव। बस यही चल रहा है। वहां मणिपुर में भी तो देखिए। भाजपा के दिग्गज नेता प्रहलाद पटेल जीत का झंडा फहराकर आ रहे हैं। उनके नाम पर तालियां तो बजा दो।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और दमोह से बीजेपी सांसद प्रहलाद पटेल को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर का प्रभारी बनाया गया था। प्रहलाद पटेल की कुशल रणनीति के चलते कांग्रेस के शासन वाले मणिपुर की थोंगजू (इंफाल ईस्ट) और थांगमीबंद (इंफाल वेस्ट) पर बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल कर ली है।
इन सीटों से विश्वजीत और जयकिशन ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। थांगमीबंद सीट और थोंगजू सीट पर छह उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में पार्टी का खाता खोलने वाले इन दोनों नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थामा था। दोनों सीटों पर उपचुनाव इसलिए कराया गया, क्योंकि थोंगम बिश्वजीत सिंह (थोंगजू), खुमुकचाम जयकिशन (थांगमीबंद) और ओ. लुखोई (वांगोई) को दलबदल कानून के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
उल्लेखनीय तो यह भी है कि प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे प्रहलाद पटेल को मध्यप्रदेश की राजनीति में अछूत बनाकर रखा गया है। प्रदेश की भाजपा इकाई ने कुछ दिनों पूर्व यह बयान जारी करके मौजूदा सांसद और मणिपुर भाजपा प्रभारी प्रहलाद पटेल को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बयान देने से रोक लगा दी थी।