भोपाल। मप्र में यदि शिक्षाकर्मी से लेकर अध्यापक का जिक्र करेंगे तो मुरलीधर पाटीदार को याद करना ही होगा। पाटीदार वो मील का पत्थर है जिसने शिक्षाकर्मियों को सम्मानजनक स्थिति तक लाने में काफी परिश्रम किया। सन् 1995 से लगातार 2013 तक बिना यह सोचे कि नतीजा क्या होगा, पाटीदार हमेशा जूझते रहे। आज उनका जन्मदिन है। पढ़िए 26/2/1995 को शिक्षाकर्मियों के अध्यक्ष बने पाटीदार के संघर्ष की कहानी:
1 -1995 में शिक्षाकर्मियों की भर्ती के बाद 30 अप्रैल की सेवा समाप्ति को बदल कर लगातार नियुक्ति कराई।
2- 1996 में तगड़ा आंदोलन किया 500 रु मानदेय को दोगुना कराया।
3- 6 नवम्बर 1997 को दशहरा मैदान में अर्जुन सिंह की उपस्थित में लाखों शिक्षाकर्मी उपस्थित हुए जिसमे लाठी चार्ज हुआ। सैंकड़ों साथी घायल हुए।
4- सुप्रीम कोर्ट के लंबित प्रकरण एसएलपी 2094 के तहत राज्य शासन के तहत अपना पक्ष रखा और नियमित नियुक्ति 1998 में बोनस अंक 9/ 13/25 अंक के साथ 1995 के शिक्षा कर्मियो की पुनर्नियुक्ति कराई।
4 -1998 में फिर आंदोलन हुआ जिससे आकस्मिक अवकाश मिलने लगा।
5 -27 अगस्त 2003 में शासन पर दवाब बना कर 38% महंगाई भत्ता और 200 रु अंतरिम राहत की घोषणा विधान सभा में कराई।
6 - 2004 में बाबूलाल गौर के समय 40 दिन तक आंदोलन किया और 5 सितम्बर को दिल्ली जाकर 3 दिन तक धरना दिया। श्री अटल बिहारी बाजपेयी के आश्वासन के बाद भोपाल लौटे और गौर के ना करने के बाद हजारों लोगों की फिर रेली की जिसमे 850 शिक्षा कर्मियो की गिरफ्तारी हुई और तीन दिन बाद 12 मांगो के आर्डर हुए और 20% वेतन बढ़ा। आजादी के बाद यह दूसरा आंदोलन था जिसमे पूरे प्रदेश में 144 धारा लगी थी।
7 - दीपावली या होली शिक्षाकर्मियों ने रात सड़क पर गुजारी दीवाली के दिन खून के दिए नीलम पार्क में जलाये जिसमे में स्वयं साथ था।
8 - जब 6th वेतन की बात हुई तो लिली टॉकीज पर 3 दिन धरना देकर 20% आईआर की मांग पूरी कराई।
9- बोर्ड परीक्षा में शिक्षा कर्मियो को मूल्यांकन की लड़ाई लड़कर बाजिब हक दिलाया।
10- अप्रैल 2007 से संविदा शिक्षाकर्मियों का शिवराज सरकार पर दवाब बना कर भेद समाप्त करा कर अध्यापक संवर्ग का गठन कराया गया।
11- 6वें वेतनमान पर 35 % महंगाई भत्ता एक मुश्त दिलाया।
12_ 2009 में शासन से लड़कर आनुपातिक डीए की वृद्धि कराई।
13- अंशदान पेंशन एवम् महिला विकलांग ट्रान्सफर नीति दिलाई अनुकम्पा नीति बनवाई।
14 - पिछले चुनावी आंदोलन के समय सरकार से समान कार्य सामान वेतनमान की मांग पूर्ण कराई।
15- पदोन्नति क्रमोन्नति में पे बैंड दिलाया राज्य शिक्षा सेवा का गठन कराया वरिष्ठ अध्यापकों के प्रमोशन के लिए शासन पर दवाब बनाया
पूरे मप्र में दो बार शिक्षा बचाओ यात्रा निकाली और तीन बार आमरण अनशन पर रहे 1998 में 17 दिन फ़रवरी 2003 में 27 दिन और फ़रवरी 2013 में 24 दिन का आमरण अनशन किया गया।
- इनपुट: एचएन नरवरिया, प्रांतीय सचिव, राज्य अध्यापक संघ मप्र
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