नईदिल्ली। हरियाणा राज्य के हिसार जिले में स्थित मुजादपुर गांव में दबंगों ने एक दलित बाप बेटी को घर में घुसकर पीटा, फिर मुंह में जबरन गोबर भरा और अस्पताल में जाकर फिर पिटाई की। सबकुछ सिर्फ इसलिए क्योंकि पीड़ित ने गांव में डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी थी। वहीं आरोपियों का कहना है कि दलित ने एक विधवा महिला पर हमला किया था, उसी के बेटों ने बदला लेने के लिए यह हमला किया।
जानकारी के अनुसार, मुजादपुर में दलित व उसकी बेटी को दबंगों ने घायल कर दिया तथा जातीय रंजिश में उनके बिटौड़ों को भी आग लगा दी। इतना ही नहीं सामान्य अस्पताल में भर्ती पीड़ित रामधारी पर आरोपियों ने दोबारा से हमला कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया, लेकिन कुछ देर उन्हें बाद छोड़ दिया। पीड़ित रामधारी व उसकी बेटी ऊषा रानी ने बताया कि तीन-चार माह पहले गांव में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी। जिसका गांव के ही कुछ शरारती तत्वों ने जमकर विरोध किया था।
रामधारी ने आरोप लगाया कि इसी रंजिश के चलते गांव के मनोज, पप्पू व कृष्णा ने उस पर तथा उसकी बेटी पर हमला करते हुए जातिसूचक टिप्पणी की और उनके मुंह में जबर्दस्ती गोबर डाल दिया।
वहीं आरोपी पक्ष के लोगों का कहना है कि बिटौड़ों को लेकर हुए विवाद में दलितों के एक परिवार ने उनके परिवार की एक विधवा महिला की पिटाई कर दी थी, जोकि अब भी अस्पताल में भर्ती है, इससे गुस्साए पीड़िता के बेटे का हमलावरों से झगड़ा हो गया जिसमें दलितों को भी चोट लगी है।