पटना। बिहार विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिली करारी हार के बाद नाराज पार्टी के नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई है। इन नेताओं में वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर का नाम जुड़ गया है। करारी हार का ठीकरा ठाकुर ने इशारों-इशारों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सिर फोड़ दिया।
ठाकुर ने वरिष्ठ नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि वे जमीन से जुड़े उन कार्यकर्ताओं को महत्व देना शुरू करें जो अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यह देखकर दुख होता है कि नेता अपने आप को मालिक और कार्यकर्ताओं को नौकर समझते हैं।
एक अखबार से बातचीत करते हुए पूर्व केंदीय मंत्री ने कहा कि नेताओं का ऐसा रवैया रहा तो भविष्य में पार्टी के लिए अच्छा नहीं रहेगा। बिहार चुनाव में नेता हेलीकॉप्टर से आते और भाषण देकर फिर हवाई मार्ग से वापस चले जाते। ऐसे में वे जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं कर पाए, जो पार्टी की हार का एक अहम कारण रहा।
ठाकुर ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा आरक्षण की समीक्षा पर दिया बयान गलत समय पर आया। विपक्ष ने इस बयान को चुनाव को खूब भुनाया और यह हार का कारण भी बना। अगर यह बयान नहीं आया होता तो भाजपा बिहार में इतनी बुरी तरह नहीं हारती।