नईदिल्ली। देश में दलितों की निमर्म हत्याओं एवं अत्याचार के कई मामले एकसाथ सामने आए हैं। देशभर में ऐसी घटनाओं का तीव्र विरोध हो रहा है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) ने मांग की है कि दलितों को आत्मरक्षा के लिए हथियार दिए जाएं।
आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने नागपुर में कहा कि अगर पुलिस और सरकार दलितों पर हमले नहीं रोक सकतीं तो इन्हें आत्मरक्षा के लिए दलितों को हथियार का लाइसेंस देना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'पहले भी दलितों पर हमले हो रहे थे और अब भी ये जारी हैं। इसलिए दलितों के पास अपनी आत्मरक्षा करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।'
मुंबई में खोबरागडे ने कहा कि सिंह के खिलाफ दलितों पर अत्याचार रोकने से जुड़े कानूनों के तहत मामला दर्ज किया जाए। आरपीआई के दोनों नेताओं ने दलितों को हथियार दिए जाने की अपनी मांग को सही बताने के लिए बीते कुछ सालों में महाराष्ट्र समेत पूरे देश में दलितों के साथ होने वाली हिंसा के कई मामलों का जिक्र किया।