भोपाल। सरकार को 600 करोड़ का फायदा कराने निकले राजश्री गुटखा कांड के व्हिसिल ब्लोअर एवं एक्साइज विभाग के डिप्टी कमिश्नर एसके बंसल के खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी गई है। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि उन्होंने अपने ही आला अधिकारी के खिलाफ आवाज उठाते हुए सीबीआई को शिकायत भेज दी थी। अब विभाग ने उनके खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है।
भिलाई में पदस्थ बंसल ने पुराने एक मामले में व्हिसल ब्लोअर की भूमिका निभाते हुए अपने ही तत्कालीन चीफ कमिश्नर (अब सेवानिवृत) एसकेएस सोमवंशी पर राजश्री गुटखा कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई को शिकायत कर दी थी। इस घटना के बाद एक अन्य मामले में सेवानिवृत अफसर के घर सीबीआई ने छापामारी भी की लेकिन विभाग ने बंसल पर संपत्ति का पूरा ब्यौरा न देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ भी सीबीआई जांच में मामला भेज दिया है। इससे बंसल सहित विभाग के अफसर भी भौंचक हैं।
मैं जांच का सामना करने तैयार
बताया जाता है कि सीबीआई अभी शिकायत का अध्ययन कर रही है, मामला यदि जांच के लायक पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में सीबीआई मुख्यालय ही निर्णय करेगा। इस मामले में डिप्टी कमिश्नर बंसल का कहना है कि मैं खुद अचंभित हूं। प्रारंभिक तौर पर यही लगता है कि मेरे खिलाफ बदले की कार्रवाई की गई है। क्योंकि सर्विस में आने के बाद से विभाग को मैं हर साल पूरी जानकारी देता हूं। सीबीआई यदि इस संबंध में मुझसे पूछेगी तो मेरे पास मेरी बेगुनाही के पूरे प्रमाण मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने डिप्टी कमिश्नर ने सीबीआई को भेजी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि उन्होंने 2012 में राजश्री गुटखा की स्थानीय कंपनी मे.कायपान पान मसाला प्रालि पर कार्रवाई कर हाईस्पीड गुटखा मशीनों पर करोड़ों की एक्साइज ड्यूटी निकाली थी लेकिन तत्कालीन चीफ कमिश्नर सोमवंशी ने मशीनों की जांच चार्टर्ड इंजीनियर से कराने की अनुमति नहीं दी। इस वजह से सरकार को अरबों के राजस्व का नुकसान हुआ।
