इंदौर। व्यापमं मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने अब सरकार द्वारा 2013 के पूर्व करवाई गई जांचों की फाइल भी खंगाल रही है। इसीलिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज तीन डॉक्टरों को बुधवार को भोपाल तलब किया गया है। डॉ.एस. बी. बंसल, डॉ .ए.के. पंचोनिया और डॉ. भट्ट से पूछताछ होगी। हालांकि कॉलेज प्रशासन के मुताबिक यह सामान्य पूछताछ है। इन तीन डॉक्टरों की समिति ने ही सबसे पहले फर्जी मुन्ना भाईयों को पकड़ा था। उसी सिलसिले में इन्हें बुलवाया गया है।
व्यापमं मामला सामने आने पूर्व चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मेडिकल कॉलेजों में समितियां गठित की थी जिन्हें एमबीबीएस छात्रों के थंब इम्प्रेशन, फोटो का वेरिफिकेशन काउंसलिंग के दौरान इस्तेमाल दस्तावेजों से करना था। प्रदेश में एमजीएम सबसे पहला मेडिकल कॉलेज था जिसने वर्ष 2008 में फर्जी एडमिशन को पकड़ा था। यानी एडमिशन लेने वाले छात्र और काउंसलिंग में आने वाले छात्र अलग-अलग थे। इसके बाद2009 से 2013 तक कई छात्र की पहचान कर उन्हें कॉलेज से बाहर किया गया। सीबीआई की चिट्ठी मिलते ही तीनों डॉक्टरों को रवाना कर दिया गया है। प्रभारी डीन डॉ. संजय दीक्षित ने इसकी पुष्टि की है।