भोपाल। त्रिस्तरीय पंचायतीराज संगठन के बैनरतले आज प्रदेश भर के पंचायत प्रतिनिधियो ने बीजेपी अध्यक्ष नन्द कुमार चौहान की और से बुलाये गए पंचायत सम्मेलन का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
त्रिस्तरीय पंचायती राज संगठन के संयोजक डी पी धाकड़ ने कहा कि सवेधानिक प्रक्रिया में पंचायत का चुनाव दलीय नही होता है, ऐसी स्तिथि में दलीय परम्परा में प्रदेश बीजेपी ऑफिस में पंचायत प्रतिनिधियो को बुलाना और उसमे सरकार की और से विभाग के मंत्री का शामिल होना असवेंधनिक है।
डी पी धाकड़ का कहना है कि हमने बीजेपी सरकार और संगठन से चर्चा करने के बाद मिले आश्वासन पर 2 अक्टूबर का महाआंदोलन कर रद्द दिया था।
और फिर मुख्यमंत्री के स्वदेश लौटने पर हमे मिलने का समय ना देते हुए वादा खिलाफी की जिससे नाराज होकर 11 अक्टूबर को हमने प्रदेश भर के प्रमुख पंचायत प्रतिनिधियो का सम्मेलन बुलाकर 28 अक्टूबर को महा आंदोलन का आगाज किया है।
डी पी धाकड़ का कहना है कि सरकार की हठधर्मिता का अंदाजा का इसी बात से लगाया जा सकता है कि वादा करने के बाद वादे से मुकर गयी और अब संगठन को दो फाड़ करने के लिए 14 अक्टूबर को नियम विरुद्ध बीजेपी ऑफिस में पंचायत प्रतिनिधियो का सम्मलेन बुला रही है।
धाकड़ का कहना है कि आज संगठन के पदाधिकारियो की कोर कमेटी ने बैठक कर बीजेपी के 14 अक्टूबर के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
संगठन की यही मांग है कि सरकार को घोषणा करना है तो वह 28 अक्टूबर को त्रिस्तरीय पंचायतीराज संगठन के मंच पर आकर करे, तो संगठन मुख्यमंत्री का भव्य सम्मान करेगा।
यदि सरकार 28 अक्टूबर तक हमारी मांगी की लिखित घोषणा नही करती है तो 28 अक्टूबर के बाद प्रदेश भर के ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत के दफ्तरों में हम तालाबन्दी करेगे, ओर जिले में होने वाले शासकीय कार्यक्रमो का बहिष्कार करेगे। यदि इतने पर सरकार हमारी मांगे नही मानती तो 26 जनवरी को दिल्ली में जाकर माननीय प्रधानमंत्री के सक्षम प्रदेश भर के पंचायत प्रतिनिधि सामूहिक त्यागपत्र देगे।