भोपाल। शेयर बाजार और मंडियों का कारोबार लगभग एक जैसा ही है। उतार चढ़ाव हर रोज आते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए मप्र की मंडियों को अब शेयर बाजार की तरह आॅनलाइन किया जा रहा है। अब इस कारोबार में भी ऑन लाइन ट्रेडिंग हो सकेगी। मप्र के मंडी व्यापारियो के लिए यह बड़ी गुडन्यूज हो सकती है।
सबसे पहले 50 मंडियों को ऑन लाइन ट्रेडिंग से जोड़ा जाएगा। इन मंडियों में व्यापारियों के लिए एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा, जिसमें शेयर बाजार की तरह देश की अन्य मंडियों में गेंहूं, चना, सोयाबीन, तुअर दाल समेत अन्य अनाजों की कीमतों की सही जानकारियां मिल सके। इससे व्यापारियों को यह पता चल सकेगा कि देश की अन्य 150 मंडियों में क्या भाव हैं, इससे मंडियों में बिकने वाली वस्तुओं की कीमतों पर भी नियंत्रण हो सकेगा।
प्रदेश में ऑन लाइन ट्रेडिंग के लिए खुलने वाली इन मंडियों को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस संबंध में सोमवार को मंत्रालय में केंद्रीय कृषि मंत्रालय में सचिव सिराज हुसैन ने मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव कृषि राजेश राजौरा समेत अन्य विभागों के अफसरों से चर्चा की।
प्रदेश में ऑन लाइन ट्रेडिंग की शुरूआत पहले भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, विदिशा, गंजबासौदा, उज्जैन और सागर की कृषि उपज मंडियों में की जाएगी। इसके बाद अन्य मंडियों को भी नई व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। सरकार को प्रत्येक मंडी को विकसित करने के लिए 30 लाख रुपए की मदद मिलेगी। इस तरह प्रदेश की पचास मंडियों के लिए पंद्रह करोड़ रुपए केंद्र से मिलेंगे। इससे ज्यादा खर्च होने की स्थिति में