भोपाल। राजधानी में विंध्याचल भवन के दूसरे तल पर स्थित कृषि संचालनालय में आग लग गई है। आग करीब 5 बजे लगी। दमकलें उसे बुझाने की कोशिश कर रहीं थीं। इस प्रक्रिया में कृषि संचालनालय में रखा सारा रिकार्ड खराब हो गया।
इस मामले में अपनी त्वरित प्रतिक्रिया दर्ज कराते हुए कर्मचारी नेता लक्ष्मीनारायण शर्मा ने जारी बयान में लिखा है कि:
विंध्याचल भवन के दूसरे तल पर ग्रामीण विकास आयुक्त कार्यालय की आग को अभी लोग भूले नही है जिसमें हजारों फाइले जल कर खाक हो गई थी और जिनमे हजारों कर्मचारियों के भविष्य भी जल कर खाक हो गये है थे। एक लम्बी जांच चली पर नतीजा शिफर। आज भी जब कर्मचारी अपने प्रकरणों की जानकारी लेने आते है तो उन्हें अधजली फाइलें दिखा दी जाती है। यह आग भी छुटटी के दिन लगी थी ओर बहुत शोर शराबा हुआ था। पर लगता है कि इतनी बड़ी घटना से कोई सबक नही लिया गया और घटना की पुनरावृत्ति फिर हुई। आज रविवार के दिन विंध्याचल भवन की पांचवी मंजिल पर स्थित कृषि संचालनालय के कार्यालय में सांय 5 से 6 के बीच फिर आग लग गई। कितनी फाइलें जली या क्या नुकसान हुआ इसका तो अभी आकलन होगा क्योंकि अभी तो फायर ब्रिगेड अपना काम कर रही है आग बुझाने का। इसके पहले सतपुडा भवन स्थित संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें के आयुक्त के कक्ष में भी रविवार को आग लग चुकी है।
ये सभी घटनायें बरबस ही सोचने को मजबूर करती है कि आखिर सरकारी दफतरों मे धुटटी के दिन ही क्यों आग लगती है । क्या यह लापरवाही का परिणाम होता है या सोची समझी साजिस ।
