भोपाल। मप्र में पटवारी, तहसीलदार और मंत्रियों के चपरासियों के बाद अब कॉलेज प्रोफेसर्स के यहां भी काली कमाई के भंडार मिल रहे हैं। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे देशभर में विख्यात संस्थान के प्राफेसर के यहां लोकायुक्त कार्रवाई में करोड़ों की काली कमाई को पता चल रहा है।
एक शिकायतकर्ता के जरिए दी गई जानकारी और सबूतों के आधार पर गुरुवार अल सुबह लोकायुक्त पुलिस की एक टीम ने मैनिट परिसर में ही बने प्रोफेसर ऋषि कुमार के आवास पर छापा मारा। छापे की कार्रवाई के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए है। जांच दल को मैनिट से 90 हजार की तनख्वाह पाने वाले ऋषि कुमार के यहां से उनके कई कॉलेज से जुड़े होने के दस्तावेज मिले है। इसके अलावा खुद के निजी इंस्टिट्यूट होने के दस्तावेज मिलने की बात भी कही जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक की कार्रवाई में पत्नी के नाम पर तीन फ्लैट, एमपी नगर इलाके में एक कोचिंग इंस्टिट्यूट के अलावा ऑडी और दो अन्य महंगी कार मिली है। लोकायुक्त पुलिस को आशंका है कि भोपाल के बाहर भी जमीन में निवेश किया गया है। इससे जुड़े दस्तावेजों की तलाश भी लोकायुक्त का जांच दल कर रहा है।
बताया जा रहा है मैनिट में प्रोफेसर होने के अलावा ऋषि कुमार एफिलेशन कमेटी से भी जुड़े हैं। ऋषि कुमार के जरिए एफिलेशन के बदले कमिशन लेने की बात भी सामने आ रही है। लोकायुक्त पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।