जबलपुर। सहायक शिक्षक से 10 हजार की रिश्वत लेते जन शिक्षक और सहायक अध्यापक को लोकायुक्त ने गुरुवार को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। धनवंतरी नगर निवासी कैलाश उइके (44) की सीएम हेल्पलाइन में ठीक से न पढ़ाने समेत अन्य मामलों में शिकायत की गई थी। उइके नारायणपुर बरगी स्थित प्राथमिक पाठशाला में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। मामले की जांच का जिम्मा बीआरसी (ब्लॉक रिर्सोस कोऑर्डिनेटर) मुकेश श्रीवास्तव को सौंपा गया था। बीआरसी ने कैलाश को अपने दफ्तर में बुलाकर निर्दोष साबित करने उससे 10 हजार रुपए की मांग की थी। साथ ही कहा कि रकम ऑफिस में अटैच जन शिक्षक प्रीतम सैयाम को दे देना। इस बीच बुधवार को उइके ने मामले की शिकायत लोकायुक्त एसपी पद्मविलोचन शुक्ला से कर दी।
जन शिक्षक निकला चालाक, सहायक अध्यापक को दिला दिए रुपए
प्रीतम ने कैलाश को पीएसएम कार्यालय के पास स्थित एक चाय की दुकान पर रिश्वत की रकम के साथ बुलाया। प्रीतम अपने साथ सहायक अध्यापक गिरधर गोपाल पटेल को भी लेकर पहुंचा। कैलाश ने जैसे ही प्रीतम को रकम देनी चाही उसने पास में खड़े गिरधर की ओर इशारा कर उसे रकम देने को कहा। जैसे ही गिरधर ने रुपए लिए घात लगाए बैठी लोकायुक्त टीम ने दबिश दे दोनों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में ऑफिस से बीआरसी मुकेश श्रीवास्तव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में तीनों को जमानत दे दी गई।
