सुनीश को मेडिकल माफिया ने मार दिया !

भोपाल। पुलिस इस मामले में भी लीपापोती वाला रवैया ही अपना रही है परंतु 29 सितम्बर की सुबह रेलवे ट्रेक पर पड़ी मिली मेल नर्स की लाश कुछ और ही बयां कर रही है। वो मेल नर्स था, वो युवा था, वो कर्मचारी नेता भी था परंतु सूत्र बोलते हैं कि उसकी मौत की वजह बनी आरटीआई। वो मेडिकल माफिया के पीछे पड़ गया था। आरटीआई लगा रखी थी। जवाब नहीं मिला तो राज्य सूचना आयोग में अपील की। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो उसकी हत्या कर दी गई। याद दिला दें कि मप्र में मेडिकल माफिया के खिलाफ खड़े होने वाले कई लोग इससे पहले भी संदिग्ध मौत मारे जा चुके हैं। यदि पुलिस ने इसे हत्या नहीं माना तो सुनीश की मौत भी इस लिस्ट में नया नाम होगा।

सुनीश ने आरटीआई के तहत जवाहरलाल नेहरू कैंसर अस्पताल में सरकारी फंड से जुड़ी जरूरी जानकारी मांगी थी। उसके पिता और एक भाई ब्रिटेन में रहते हैं। केरल में एक भाई इलाइची के कारोबारी हैं।

मंगलवार सुबह सुनीश की लाश सिंगार चोली रेलवे ट्रैक पर मिली थी। सुनीश ने शिबु नामक दोस्त को वाट्सएप पर मैसेज भेजा था। इसमें अंग्रेजी में लिखा था-‘तुम टेंशन में क्यों हो, मैं तुम्हारे लिए एक जरूरी काम कर रहा हूं। ट्रेन में हूं। कुछ देर बाद कॉल करता हूं। फिक्र मत करो। सबको बता दो।’ दस से ज्यादा संदेश भेजे थे। यह आखिरी था। इसके बाद मोबाइल फोन नहीं लगा था।

सूचना आयोग में सुनवाई
सुनीश इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन काउंसिल से भी जुड़े थे। उन्होंने अस्पताल को मिलने वाले फंड के लिए आरटीआई के तहत मार्च 2015 में कुछ जानकारी मांगी थी। जब जानकारी नहीं मिली तो मामला राज्य सूचना आयोग में पहुंचा। 27 अगस्त को आयोग ने अगले सात दिनों के भीतर अस्पताल को जानकारी देने के निर्देश दिए थे। अगले ही दिन यानी 28 अगस्त को सुनीश 15 दिन की छुट्टी लेकर केरल स्थित अपने गांव इडकी चले गए।

दिसंबर में शादी थी
भाई सुजीत के मुताबिक सुनीश ओणम पर घर आए थे। दुबई में काम करने वाली एक लड़की से उसकी शादी तय हुई थी, जो दिसंबर में होनी थी। वह काफी खुश था। उसने परिवार के किसी भी सदस्य से कभी कोई परेशानी का जिक्र नहीं किया। दिसंबर में शादी के लिए लौटना था। इसलिए अपना लैपटॉप, जूते और कुछ अन्य सामान घर पर छोड़ आया था।

सवा घंटे बाद ही अस्पताल से चला गया सुनीश
दोस्त अनूप जोश के मुताबिक 28 सितंबर को तड़के साढ़े तीन बजे सुनीश भोपाल लौटा। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में सुबह 4:30 बजे वह अपने कमरे में जाते नजर आया। 5:45 बजे बाइक और एक बैग लेकर जाते हुए दिखा। इस दौरान उसने किसी दोस्त से बात तक नहीं की। बाद में पता चला कि उसने संगम टॉकीज के पास होटल ब्लू स्टार में एक रूम बुक किया था।

पुलिस ने कहा आत्महत्या
पीएम रिपोर्ट मिल गई है। डॉक्टर ने ओपीनियन दिया है कि मौत ट्रेन की टक्कर से गंभीर चोट के कारण हुई हैं। उसे ब्रेन हेमरेज भी हुआ।
अरविंद कौरव, एएसआई, जांच अधिकारी

चार बड़े सवाल
परिवार आर्थिक रूप से मजबूत है। खुदकुशी की फिर क्या वजह?
आखिरी मैसेज अर्जेंट वर्क से उनका आशय क्या था?
भोपाल लौटकर दोस्तों से बात क्यों नहीं की?
होटल में रूम क्यों लिया, जबकि उनके पास अस्पताल में एक कमरा था?

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