मिडिल स्कूल हैडमास्टरों को मिल सकती है गुडन्यूज

नईदिल्ली। वर्षो से पदोन्नति विसंगति से जूझ रहे मप्र के मिडिल स्कूल हैडमास्टरों को अच्छी खबर शीघ्र ही सुनने को मिल सकती है, उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से मिडिल स्कूल हेडमास्टरों की मांग रही है कि उन्हें व्याख्याता के स्थान पर हाईस्कूल प्राचार्य बनाया जाये। चूँकि यूटीडी से व्याख़्याता और HM पद पर पदोन्नति होती है, अत: दोनों पद समकक्ष है। बावजूद इसके व्याख्याता को तो सीधे हाईस्कूल प्राचार्य पदोन्नत कर दिया जाता है और HM को इसी पद के समकक्ष व्यख्याता पद पर पदोन्नति दी जा रही है।

इसको लेकर प्रधानाध्यापको ने सुप्रीमकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया 2 अवसर मिलने पर भी मप्र शासन ने सुप्रीमकोर्ट में अपना पक्ष प्रस्तुत नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट ने मप्र शासन को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिये आज 5 अक्टूबर 15 अंतिम अवसर दिया था। सूत्र बताते हैं प्रदेश के सबसे पुराने भाजपा समर्थित संघठन मप्र शिक्षक संघ ने भी प्रअ के पक्ष में शासन पर अपना पक्ष प्रस्तुत न करने का दवाब बना रखा है इससे   मप्र शासन भी जवाब प्रस्तुत करने के मूड में नजर नहीं आता इसलिए पूरी संभावना है कि सुप्रीमकोर्ट मिडिलस्कूल हेडमास्टरों को हाईस्कूल बनाने के पक्ष में फैसला दे सकता है।

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