भोपाल। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिया था कि 25 से 27 अक्टूबर तक किसानों के बीच रहें। लोक शिक्षण आयुक्त ने शिक्षा विभाग की छुट्टियां निरस्त कर दीं। अब शिक्षक गुस्साए हुए हैं। समझ नहीं पा रहे हैं कि संडे का स्कूल जाकर क्या करेंगे।
लोक शिक्षण आयुक्त की ओर से जारी आदेश में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण, जिला शिक्षा अधिकारी, समस्त प्राचार्य, संकुल प्रभारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और विकासखंड समन्वयक सहित कर्मचारियों का अवकाश निरस्त करने को कहा गया है।
शिक्षकों का कोई लेना-देना नहीं
मप्र तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री हरीश बोयत और शासकीय अध्यापक संघ के इंदौर जिलाध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि 25 से 27 तक सभी आला अधिकारी गांव में जाकर किसानों की समस्या सुनेंगे। इसके चलते अवकाश निरस्त किए गए हैं, लेकिन किसानों की समस्याओं से शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कोई लेना-देना नहीं है। फिर भी अवकाश निरस्त कर दिए गए।
उधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों शासन की विभिन्ना योजनाओं की समीक्षा होगी, जिन्होंने योजनाओं के संचालन में लापरवाही बरती है, उन पर हाथोंहाथ कार्रवाई होगी।