भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने इन दिनों प्रदेश के खरगोन और ग्वालियर सहित कई स्थानों पर हो रहे साम्प्रदायिक तनाव पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि सत्ताधारी दल और उनके अनुषांगिक संगठनों द्वारा ही प्रदेश में सरकार के संरक्षण में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिशें निरंतर जारी है।
आज यहां जारी अपने बयान में श्री यादव ने कहा कि खरगोन और ग्वालियर की घटनाओं के नैपथ्य में भय का वातावरण फैलाकर वर्ग विशेष को आहत और भयाक्रांत करने में उक्त उल्लेखित समूह के ही नाम सामने आये हैं, उसके बावजूद भी इन स्थानों के जिला प्रशासन द्वारा वर्ग विशेष के लोगों को ही निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी को मिल रही सूचनाओं के आधार पर यह स्पष्ट करना भी प्रासांगिक है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखाओं में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है और दशहरे के अवसर पर पूरे प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभिन्न शस्त्रों के साथ निकले पथ संचलनों ने भी भय और आतंक का वातावरण निर्मित किया हुआ है।
इन सभी स्थितियों के पीछे मंशा यह है कि देश में बढ़ती हुई महंगाई और केंद्र और राज्य सरकारों के निरंतर गिरते जा रहे ग्राफ से जनता का ध्यान बांटा जा सके।
श्री यादव ने कहा कि अफसोस तो इस बात का है कि मुख्यमंत्री ने गत् दिनों संपन्न अपनी वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को यह कहा था कि जिस भी इलाके में साम्प्रदायिक तनाव होगा वहां उनकी ही जबावदेही सुनिश्चित की जायेगी, किंतु मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के इस कथन में भी दोहरापन ही नजर आ रहा है।
श्री यादव ने आशंका जाहिर की है कि रतलाम-झाबुआ संसदीय और देवास विधानसभा उपचुनाव निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान दिवस नजदीक आने के साथ इन स्थानों सहित अन्य क्षेत्रों में भी भाजपा द्वारा राजनैतिक प्रायोजित साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिशें की जा सकती है। लिहाजा, इन उपचुनाव निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव आयोग विशेष पुलिस बल की तैनाती कर यहां योग्य और साहसी पर्यवेक्षक भी नियुक्त करे।