झांसी। उत्तर प्रदेश के मऊरानीपुर में पुलिस की वर्दी पर एक और दाग लगाने वाली घटना सामने आई है। इस बार हैवानियत की घटना को पुलिसकर्मियों ने किसी बाहरी के नहीं, बल्कि अपने ही स्टाफ के साथ अंजाम दिया है। जल विहार मेले में ड्यूटी पर आई इटावा की महिला सिपाही से चलती गाड़ी में दो सिपाहियों और एक ड्राइवर ने गैंगरेप किया।
आईजी कानपुर जोन आशुतोष पांडेय के आदेश पर महिला थाना इटावा में मुकदमा दर्ज करके पीड़िता महिला सिपाही का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। आरोपी एक सिपाही कोतवाली झांसी में और दूसरा औरैया में तैनात है। मेला ड्यूटी में इटावा की दो महिला कांस्टेबिल भी आई हुई थीं।
28 सितंबर को ड्यूटी से लौटते समय आरोपी सिपाहियों ने महिला कॉन्सटेबल को झांसा देकर पीछे की सीट पर बैठा लिया। झांसी के रास्ते पर करीब 25 किमी दूर पहुंचने के बाद झांसी कोतवाली में तैनात आरोपी सिपाही ने गाड़ी को जंगल के रास्ते में ले जाने को कहा।
इसके बाद दोनों सिपाहियों और ड्राइवर ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। पीड़िता महिला सिपाही ने बताया कि उस गाड़ी में एक और महिला साथी भी बैठी थी। पीड़िता ने इटावा लौटने के बाद सीधे आईजी जोन कानपुर आशुतोष पांडेय के नंबर पर शिकायत की। आईजी ने महिला सिपाही को तुरंत इटावा से कानपुर बुलवाकर पूछताछ की।
इसके बाद आईजी ने इटावा एसएसपी मंजिल सैनी को तत्काल पीड़िता का मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई के आदेश दिए। सैनी ने बताया कि आरोपी सिपाहियों अजय यादव, राजा भैया और उनके ड्राइवर के खिलाफ महिला थाने में गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने बताया कि विवेचना के लिए केस को झांसी भेजा जा रहा है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवा दिया गया है।