भिलाई। देशभर में सस्ती ब्याजदरों पर लोन उपलब्ध कराने के विज्ञापन जारी करने वाली ठग कंपनी Citizens Finance Co का साइबर एक्सपर्ट गिरफ्तार कर लिया गया है। यहां इस कंपनी के जाल में फंसकर एक परिवार ने ना केवल 12 लाख रुपए गंवाए बल्कि सामूहिक आत्महत्या भी कर ली थी।
सुपेला पुलिस के अनुसार 24-25 दिसंबर 2014 की दरमियानी रात को गुरुनानाक नगर निवासी मनीष जायसवाल ने अपनी पत्नी व 6 माह की मासूम के साथ सामूहिक आत्महत्या कर ली थी। मृतक के सुसाइड नोट के आधार पर पता चला था कि पेपर में विज्ञापन प़ढ कर सिटिजन फायनेंस कंपनी दिल्ली के एजेंट से अपने मोबाइल से लोन के संबंध में बात की थी।
आरोपियों के झांसे में आकर वह वह लोन फीस के रूप में 11 नवंबर से 22 दिसंबर 2014 तक कुल 12 लाख 11 हजार 800 रुपए अलग-अलग बैंक खातों में जमा कर चुका था। इसके बाद भी फाइनेंस कंपनी ने लोन देने के बदले 23 दिसंबर को 35 हजार रुपए फिर से जमा करने की बात कही थी। इसके बाद मनीष जायसवाल ने ठगी का शिकार होने के सदमे में अपने बच्चे का गला दबाने के बाद पत्नी संध्या जायसवाल के साथ घर में आत्महत्या कर ली थी।
इस घटना के बाद आरोपियों की पतासाजी के दौरान फर्जी सिटिजन फायनेंस कंपनी के संचालक दिल्ली निवासी सुरजीत सिंह एवं नितिन सौर्या का पूरा पता लेने के बाद न्यायालय से आरोपियो की गिरफ्तारी वारंट लिया गया। 2 सितंबर को रात 2 बजे आरोपी नितिन सौर्या (28) को उसके निवास राहिणी सेक्टर 22 पॉकेट 15 क्वा नं 75 थाना बेगमपुर बाहरी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय जिला रोहिणी दिल्ली के समक्ष पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया गया।
आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि वह सुरजीत सिंह के सिटिजन फायनेंस कंपनी का कम्प्युटर ऑपरेटर है। वह कंपनी के एजेंटो द्वारा झांसे में लिए गए ग्राहकों से लोन संबंधित पहचान पत्र, फोटो, पासबुक आदि मेल से मंगाने व कंपनी द्वारा जारी गारंटी पत्र लोन स्वीकृति पत्र भेजने सहित कंपनी के लिए साइबर संबंधी सारे काम करता था।
मुख्य आरोपियों का मिलेगा सुराग
सिटीजन कंपनी के साइबर एक्सपर्ट को दिल्ली से ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है। आरोपी से पूछताछ के लिए दुर्ग न्यायालय से भी रिमांड लिया गया है। इस मामले में जुड़े अन्य आरोपियों के संबंध में आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
राजेश अग्रवाल, एएसपी सिटी दुर्ग