मंदसौर। आमतौर पर मदरसों का जिक्र आते ही एक खास धर्म की तस्वीर दिमाग में उभरने लगती है, लोगों को लगता है कि यहां सिर्फ मुस्लिम धर्म की शिक्षा दी जाती है, मगर मंदसौर के मदरसे इस धारणा को झुठला रहे हैं। इस जिले में कुल 220 मदरसे हैं, उनमें से 128 मदरसे ऐसे हैं जहां मुस्लिम के साथ हिंदू संप्रदाय के बच्चे भी पढ़ते हैं और इन मदरसों में हिंदू धर्म की धार्मिक शिक्षा दी जाती है।
मंदसौर मदरसा बोर्ड के जिला समन्वयक डॉ. शाहिद अली कुरैशी ने कहा कि मदरसों में आधुनिक शिक्षा के साथ धार्मिक शिक्षा अनिवार्य है। मदरसे हमेशा धर्म निरपेक्षता के प्रतीक रहे हैं। देश के मदरसों में राजा राममोहन राय और राजेंद प्रसाद जैसे महान लोगों ने शिक्षा हासिल की थी और अब भी हिंदू बच्चे इन मदरसों में पढ़ने आते हैं।
जिले के 128 मदरसों का संचालन निदा महिला मंडल द्वारा किया जाता है, इन मदरसों में बड़ी संख्या में हिंदू बच्चे पढ़ते हैं, इसलिए इन मदरसों में हिंदू धर्म की शिक्षा दी जाती है। यहां बच्चों को सोलह संस्कार सिखाए जाते हैं. यहां पढ़ने वाले हर बच्चे को गायत्री मंत्र के अलावा अन्य श्लोक भी कंठस्थ हैं।
