भोपाल। खुद को शहर का प्रख्यात ब्रांड बताने वाले मेयो समूह के कॉलेज एवं टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की। आयकर अधिकारियों को यहां से बड़ी मात्रा में काली कमाई मिलने की उम्मीद है। समाचार लिखे जाने तक दस्तावेजों की पड़ताल जारी है।
आयकर विभाग ने शहर के एक डॉक्टर दंपती और दो बिल्डर समूहों के छह ठिकानों पर मंगलवार को सर्वे की कार्रवाई की। इनमें शाहजहांनाबाद स्थित मेयो हॉस्पिटल के संचालक डॉ. विराज जायसवाल व डॉ. एके जायसवाल शामिल हैं। विभाग ने मेयो कॉलेज व मेयो टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर, राधिका इंफ्रा स्टेट प्रा.लि. व ग्लोबल प्रॉपर्टी और आरएसआर हाउसिंग एंड कंस्ट्रक्शन के राजेश पाटीदार व अन्य पार्टनर पर दोपहर बाद प्रारंभ सर्वे की कार्रवाई देर रात तक जारी रही।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि बिल्डर फर्मों के यहां बरामद दस्तावेजों में करोड़ों रुपए के असुरक्षित लोन की जानकारी सामने आई है। इसी तरह कई बेनामी कंपनियों का भी पता लगा है, जिनके जरिए पैसे का लेन-देन हुआ है। आयकर विभाग की टीम आरएसआर हाउसिंग के बिट्टन मार्केट में मेट्रोवॉक स्थित दफ्तर, आशिमा मॉल के पास स्थित ग्लोबल प्रॉपर्टी के ऑफिस तथा एयरपोर्ट रोड स्थित राधिका इंफ्रा के कार्यालय में दोपहर ढाई बजे के आसपास पहुंची। टीम ने तत्काल दस्तावेज खंगालने शुरू किए तो नगद और बुक्स में दर्ज राशि में काफी अंतर मिला।