भोपाल। मप्र में नए मंत्रियों की नियुक्तियां इस माह के लास्टवीक तक हो जाएंगी लेकिन निगम मंडल को लेकर फिलहाल कोई डेट फाइनल नहीं हो पाई है। शिवराज ऐसे किसी दिन की तलाश में हैं जब घोषणा के बाद बवाल की संभावना ना हो। माना जा रहा है रक्षाबंधन से पहले यह घोषणा हो सकती है ताकि छुट्टियों का लाभ उठाया जा सके।
इस मामले में मुख्यमंत्री चौहान की केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश संगठन से भी विभिन्न दौर में चर्चा हो चुकी है और हाल के राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल विस्तार पर स्वयं फैसला लेने की हरी झंडी मिल चुकी है। हालांकि सूत्रों ने इस बात पर भी जोर दिया कि मुख्यमंत्री और संगठन ने समय-समय पर मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की है और इसके आधार पर मौजूदा मंत्रियों के विभागों में भी व्यापक फेरबदल की संभावना है।
सूत्रों का कहना है कि विस्तार के दौरान जातिगत, क्षेत्रीय और राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए नए चेहरों को भी तवज्जो दिए जाने की संभावना है। प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा में चौहान ने 14 दिसंबर, 2013 को तीसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में नियमों के अनुसार मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 35 हो सकती है। वर्तमान में प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 19 कैबिनेट मंत्री और चार राज्य मंत्री हैं। इस लिहाज से अब भी मंत्रिमंडल में 12 स्थान रिक्त हैं।