बैतूल। राजोला गांव के मिडिल स्कूल में इन दिनों बच्चे रहस्यमयी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। कई बार वो बेहोश हो जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल में एक भूत का साया भटक रहा है। यह साया इसी स्कूल के स्टूडेंट पिंटू का है जिसकी 8 साल पहले एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। स्कूल प्रशासन ने इस भूत को भगाने के लिए तांत्रिकों को भी बुलाया लेकिन भूत अब भी भटक रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस भूत का नाम है पिंटू है। पिंटू एक स्कूली छात्र था, जिसकी आठ साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। जिसकी याद में ग्रामीणों ने स्कूल के सामने उसका एक स्मारक बनवा दिया था।
स्मारक टूटने से फिर निकला पिंटू का जिंद
बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि पिछले दिनों एक ट्रैक्टर की टक्कर से स्मारक टूट गया। अब लोंगों का कहना है कि इससे नाराज पिंटू की आत्मा बाकी स्कूली बच्चों को सता रही है। स्कूल प्रबंधन ने भी पिंटू के भूत से मुक्ति पाने के लिए स्कूल में ही तांत्रिकों को बुलवाकर बाकायदा तांत्रिक अनुष्ठान तक करवाया है। इसके बाबजूद भी इस परेशानी से मुक्ति नहीं मिल रही।
डॉक्टरों को नहीं मिले बीमारी के लक्षण
जब इस बात की जानकारी प्रशासन तक पहुंची, तो स्कूल में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजा गया। टीम ने बेहोश हाने वाले बच्चों का हेल्थ चेकअप भी किया, लेकिन स्कूल में किसी बीमारी के लक्षण नहीं मिले। हेल्थ विभाग फिर भी भूत-प्रेत की बात को अंधविश्वास बता रहा है।
कैसे परेशान करता है भूत
स्कूल के छात्र रोहित ने बताया कि, स्कूल में इन दिनों पढ़ाई कम और तंत्र मंत्र होता ज्यादा दिखाई देता है। क्योंकि यहां पिंटू नाम के लड़के का भूत घूम रहा है, जो छात्र-छात्राओं के शरीर में घुसकर उन्हें बीमार या बेहोश कर देता है। यही नहीं, भूत किसी के शरीर में प्रविष्ट होकर स्मारक पर पूजा-पाठ कराने की मांग करता है।