पटना। चुनाव प्रचार ने बिहारी रंग ले लिया है। भाजपाईयों ने नीतिश के नारे लिखी दीवारों को पोतकर वहां मोदी के पोस्टर लगाए, थोड़ी देर बाद मोदी के पोस्टर भी फटे हुए मिले।
बिहार के गया में रविवार को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली से पहले शहर में लगे उनके पोस्टर फाड़ दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राजीव प्रताव रूड़ी ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व पोस्टर फाड़ रहे हैं।
कांग्रेसी नेता आरपीएन सिंह ने मोदी के पोस्टर फाड़े जाने की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ऐसी चीज़ों में विश्वास नहीं करती है। नरेंद्र मोदी की रैली को परिवर्तन रैली नाम दिया गया है और पोस्टरों पर नारा लिखा गया है, "हर कोने से यही ललकार परिवर्तन पथ पर चला बिहार।"
स्थानीय बीजेप कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जदयू समर्थकों ने मोदी के पोस्टर फाड़े हैं। वहीं जदयू कार्यकर्ताओं ने आरोपों से इंकार करते हुए अपने पोस्टर फाड़े जाने के आरोप बीजेपी पर लगाए हैं। नीतीश कुमार के समर्थन में पुती दीवारों पर भी काला रंग पोतकर मोदी के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं।
झांसे में ना आएँगे
नीतीश के समर्थन में नारे लिखे गए हैं, "झांसों में ना आएँगे, नीतीश को जिताएंगे।"
स्थानीय मीडिया के मुताबिक ज़िला प्रशासन ने भी पोस्टरों के संबंध में शिकायतें मिलने की पुष्टि की है।
वहीं दिल्ली में नीतीश कुमार के कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ। बिहार फ़ाउंडेशन के कार्यक्रम में आए नीतीश कुमार का कुछ युवकों ने विरोध किया। इस पर नीतीश कुमार ने कहा, "बिहार फ़ाउंडेशन की दिल्ली शाखा को मेरी शुभकामनाएं। उन लोगों को भी शुभकामनाएं जो हंगामा करने के लिए आए थे।" बिहार के मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव उर्फ़ राजेश रंजन का कहना है कि नीतीश का विरोध करने वाले उनके कार्यकर्ता थे।
