भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से कहा है कि 'मेरी वो सिगरेट की पर्चियां तो दिखाओ, जिनपर मैने नौकरियां दीं हैं।'
सिंह ने सवाल उठाया कि आखिर मध्यप्रदेश सरकार उनसे इतनी घबराई हुई क्यों है? क्या उन्हें उम्मीद है कि मैं डर जाऊंगा, ये गलतफहमी है जनाब।
उन्होंने दावा किया कि वे प्रदेश के उन बच्चों की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिनका हक मारा गया। बीजेपी के दलालों के झांसे में आए, पैसा दिया और अब जेल में हैं। दिग्विजय ने रविवार सुबह डेढ़ घंटे में नौ ट्वीट कर एसटीएफ की जांच पर सवाल उठाए और सीबीआई को मशविरा भी दिया।
दिग्विजय के बोल
1- यह हिटलर के प्रचार मंत्री गोबिल्स के चेले हैं। झूठ बोलो, जोर से बोलो और बार-बार बोलो, यह उनकी (बीजेपी) खासियत और रणनीति है।
2- शिवराज और बीजेपी कह रही है मैंने सिगरेट की पन्नी पर नियुक्ति दे दी, वह प्रमाण कहां हैं? बिना तथ्यों पर हवाबाजी करना इनकी आदत है।
3- मुझे उम्मीद है सीबीआई और न्यायपालिका सही रास्ता अपनाएंगी। जेल में बंद बच्चों और उनके पालकों को न्याय दिलाएंगे। जैसा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के प्रकरण में सीबीआई ने किया और रिश्वत लेने वालों को सजा कराई थी।
4- सीबीआई को, जिन्होंने पैसे दिए हैं, उन्हें सरकारी गवाह बनाना चाहिए और पैसे कहां और किसे मिला है, उस पर अधिक ध्यान देना चाहिए। अगर गवाह बनाया होता तो जिन्होंने रिश्वत ली है, उनके नाम ये लोग उजागर करते। यही तो बीजेपी नहीं चाहती थी। उनकी पोल खुलती।
बीजेपी का जवाब: दिग्विजय से जनता घबराई हुई है
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के घबराने का सवाल ही पैदा नहीं होता। दिग्विजय के भ्रष्ट व बंटाढारी चरित्र से मध्यप्रदेश की जनता घबराई हुई है। आज भी लोग जब उनका चेहरा देखते हैं तो डर जाते हैं, कहीं ये दोबारा न आ जाएं। बीजेपी सिर्फ दिग्विजय शासनकाल में हुई गड़बड़ियों को जनता के सामने रख रही है, ताकि भ्रम और वास्तविकता का फर्क आसानी से समझा जा सके।
हिटलर......... जवाबः 1- दिग्विजय सिंह 'अली बाबा 40 चोर टीम' के सरगना रहे हैं। मिस्टर बंटाढार के नाम से कुख्यात दिग्विजय मप्र की जनता के अपराधी हैं।
सिगरेट की पन्नी.......... जवाबः 2- दिग्विजय पर लगे सभी आरोप माननीय उच्च न्यायालय के संदर्भित निर्णयों से पुष्ट होते हैं। उनके कदाचरण पर कोर्ट द्वारा भी टिप्पणियां की गईं हैं। इसलिए उन्हें इन टिप्पणियों की इज्जत करना चाहिए जो हवाबाजी नहीं है।
सीबीआई तय करेगी ...... जवाबः 3- व्यापमं की जांच सीबीआई कर रही है, आरोपियों को न्यायपालिका दंडित भी करेगी। उल्लेखनीय है कि फर्जीवाड़े का गुरु ज्ञान इन आरोपियों ने दिग्विजय सिंह की कार्यपद्धति से लिया था। प्रदेश की जनता को खुशी होती यदि सरला मिश्रा मामले की जांच सीबीआई से कराते और उनके परिवार को समय रहते न्याय दिला पाते।
जेल के बाहर पैसा.......... जवाबः 4- यह संभव है कि व्यापमं के कुछ आरोपी जो दिग्विजय के चेले हैं, वह बाहर हो सकते हैं। हमें उम्मीद है कि सीबीआई उन लोगों को जल्दी ही विवेचना में लेकर जेल तक पहुंचाएगी। मप्र के उन बच्चों को जिनका हक मारा गया, उन्हें न्याय मिलेगा।