मुंबई। यह कहानी किसी और की नहीं बल्कि एक सेक्स वर्कर की बेटी की है, वो सेक्स वर्कर जिसने अपने जीवन की हर बाधाओं को पार करके अपनी बेटी को इस मुकाम पर पहुंचाया।
फेसबुक पर अपनी कहानी को सांझा करने वाली इस लड़की ने अपने परिवार के बारे में बताया कि उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव तब आया जब उनके पिता की मौत हो गई। उसने बताया,’जब मेरे पिता की मौत हुई तब मैं काफी छोटी थी, मैं, मेरी मां और तीन बहने मानो अकेले ही पड़ गए थे। हमारी जिंदगी नरक बन चुकी थी।
परिवार को चलाने के बाेझ ने मेरी मां को इतना लाचार बना दिया कि वह सेक्स वर्कर बन गई। फेसबुक पर दर्द बांटते हुए इस लड़की ने आगे बताया कि मुझे याद है जब मेरी मां मुझे और मेरी बहन को अकेला छोड़ कर काम पर निकल जाती थी तो पड़ोस में रहने वाले एक अंकल हमे बुरका न पहनने पर भी मारते थे।
मेरे पिता भी एक मुसलमान थे पर उन्होंने कभी मुझे बुरका पहनने के लिए मजबूर नहीं किया। उन अंकल के इसी स्वभाव के कारण मेरी मां ने हम तीनों-चारों बेटियों को होस्टल में पढ़ने के लिए भेज दिया।
मां के ऐसा करने पर मां के परिवारवाले और सबको ऐसा लगता था कि उन्होंने हमें किसी मांस के व्यापार में बेच दिया है लेकिन मेरी मां ही वो इंसान हैं जिसने हमारे भविष्य को बर्बाद होने से बचाया।
आपको बता दें कि कभी इन परिस्थितियों का सामना करने वाली इस सेक्स वर्कर महिला की बेटी आज Teach for India में अध्यापिका है। फेसबुक पर शेयर की गई इस सेक्स वर्कर की यह कहानी हर महिला के लिए एक मिसाल और सदेंश है। कहते हैं न कि कमल हमेशा कीचड़ में ही खिला करते हैं।