रतीराम श्रीवास/टीकमगढ। हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद 1 साल से फरार चल रहे एवं न्यायालय से भगोड़ा घोषित भाजपा विधायक केके श्रीवास्तव ने आज पुलिस थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। बता दें कि 1 साल के दौरान विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में ही रहे, इस बीच उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शिरकत भी की परंतु पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।
शहर कोतवाली एमएम शर्मा ने बताया कि एक वर्ष से फारार चल रहे टीकमगढ विधायक केके श्रीवास्तव को आज 11 बजे के लगभग थाने पहुंचे जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एडीशनल एसपी व एसडीओपी की मौजूदगी मे कानूनी कार्रवाई की गई। उनकी गाडी जब्त कर पंचनामा तैयार कर सप्लीमेन्ट्री चालन सीजेएम न्यायालय मे पेश किया जहा से टीकमगढ बिधायक केके श्रीवास्तव को जेल भेज दिया है।
अभी इसी मामले मे दो आरोपी अनिल बडकुल कृपाल सिंह गनमैन फारार है। जिनकी सघन तलाश जारी है।
उल्लेखनीय है कि 20 अगस्त 2014 को विधायक केके श्रीवास्तव ने अपने समर्थकों सहित टीकमगढ जनपद सीईओ उदयराज सिंह के आफिस में घुसकर ना केवल उन्हें मारा बल्कि अपनी गाड़ी में डालकर अपने साथ ले गए। अज्ञात स्थान पर बंधक बनाकर फिर से मारपीट की। इस मामले में विधायक केेके श्रीवास्तव ने हाईकोर्ट तक अग्रिम जमानत का प्रयास किया परंतु हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद विधायक ने सरेंडर कर दिया।