भोपाल। याद कीजिए कुछ रोज पहले यूपी में हुई एक सड़क दुर्घटना, जिसमें चोटिल हुईं सांसद हेमामालिनी घायलों को छोड़कर खुद अस्पताल के लिए रवाना हो गईं थीं। यह घटना ठीक इसके उलट है। एक्सीडेंट में घायल हुए उमरिया मप्र के दृष्टिबाधित कलेक्टर कृष्ण गोपाल तिवारी घबराए नहीं बल्कि जब लोग मदद करने आए तो उन्होंने कहा 'मुझे छोड़ो, ड्रायवर को देखो।' इस एक्सीडेंट में कलेक्टर की कार के परखच्चे उड़ गए।
गाड़ी पर कलेक्टर लिखा देख आसपास से गुजर रहे लोग बचाने पहुंचे तो बोले-मुझे छोड़ो, पहले ड्राइवर को देखो। काफी मशक्कत के बाद लोग कलेक्टर और अन्य कर्मियों को गाड़ी से निकाल सके। हादसे में कलेक्टर के सहायक विवेक पांडे की मौके पर ही मौत हो गई। उनका चालक शेषमणि सिंह और सुरक्षा गार्ड सुरेश सूर्यवंशी गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में कलेक्टर और उनके चालक व सुरक्षा गार्ड को अस्पताल भेजा गया, जहां से सभी को जबलपुर के एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया।
चालक की हालत गंभीर बनी है। दुर्घटना में कलेक्टर की गर्दन, आंख और कंधे पर चोटें आई हैं। उन्हें आईसीयू में रखा गया है।