भोपाल। जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, सरपंच और पंच अपनी मांगों को लेकर अब राजधानी में डेरा डालने की तैयारी में हैं। उन्होंने फैसला किया है कि भाजपा की ओर से 2 सितंबर को पचमढ़ी में बुलाई गई कार्यशाला में कोई भी पंचायत प्रतिनिधि नहीं जाएगा।
साथ ही आगामी 2 अक्टूबर को भोपाल में महापंचायत की जाएगी, जिसमें पंचों तक को बुलाए जाने की कोशिश होगी। इस महापंचायत के बाद कोई भी प्रतिनिधि तब तक राजधानी नहीं छोड़ेगा, जब तक मांगे पूरी नहीं होती। शनिवार को भोपाल में एनआईटीटीटीआर में प्रमुख जिला पंचायत अध्यक्षों और सरपंचों की बैठक हुई।
बैठक में त्रिस्तरीय पंचायत संगठन का संयोजक रतलाम जिला पंचायत के उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ को मनोनीत किया गया है। सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुनींद्र तिवारी को प्रदेश प्रवक्ता बनाया गया है।
प्रदेश में पंचों के 6000 पद खाली
धाकड़ ने बताया कि अधिकार नहीं होने के कारण लोग विमुख हो रहे हैं। जिला पंचायतों में कोरम पूरा नहीं हो रहा है। पंचों के 6000 पद रिक्त हैं। अभी एक बैठक के लिए पंच को 100 रुपए मिलते हैं, इसे 500 रुपए करने के बाद कुछ हद तक स्थिति में सुधार आ सकता है।