ग्वालियर। जेल में रहते हुए टैरर टैक्स वसूली एवं हत्याएं करवाने वाले गैंगस्टर हरेन्द्र राणा की स्लीपर सेल का राज खुल गया है। इस सेल में 20 ऐसे लोग काम कर रहे हैं जिनका कोई क्रिमिनल रिकार्ड नहीं है। पुलिस अब इन 20 सस्पेक्टेड सलीपर सेल से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
बिल्लू भदौरिया हत्याकांड में मुख्य गवाह पंकज भदौरिया की हत्या का षड्यंत्र रचने के मामले में क्राइम ब्रांच ने हरेंद्र राणा को 3 दिन की रिमांड पर लिया है।
एएसपी क्राइम प्रतिमा मैथ्यू ने बताया कि एनकाउंटर में मारा गया धर्मेंद्र कुशवाह और उसके दोस्त राहुल बुंदेला, जितेंद्र कोली व नीशू वर्मा के अलावा 20 लोग हरेंद्र के नेटवर्क से जुड़े थे। जो कि साइलेंट मोड पर रहकर हरेंद्र के लिए काम कर रहे हैं। क्राइम ब्रांच को यह भी पता चला है कि हरेंद्र उन लोगों की सूची भी तैयार कर रहा है, जिनसे वह टैरर टैक्स वसूला चाहता है।
नेटवर्क व टारगेट के नाम भी उगले
फर्रुखाबाद जेल से ग्वालियर आए हरेंद्र राणा के पास से क्राइम ब्रांच को एक डायरी मिली है। इस डायरी से पुलिस को पता चला है कि ग्वालियर से लेकर दिल्ली तक उसने अपना नेटवर्क तैयार कर रखा था। जेल मे रहकर इस नेटवर्क के माध्यम से हरेंद्र टैरर टैक्स वसूलने के साथ-साथ लोगों की हत्या कराने की साजिश रच रहा था। इस डायरी में इसके साथियों के साथ उन लोगों के नाम भी हैं जो कि इस गैंग के टारगेट पर हैं। किन लोगों से टैरर टैक्स वसूलना है, उन व्यापारियों, डॉक्टरों के नाम भी हैं। क्राइम ब्रांच हरेंद्र को सामने बैठाकर उसकी डायरी में लिखे गए एक-एक नाम व नंबर के संबंध में उससे पूछताछ कर जन्मपत्री तैयार कर रही है।