भोपाल। नगर निगम 150 करोड़ के होर्डिंग घोटाले की जांच करेगा। जांच अधिकारी निगम कमिश्नर को बनाया गया है। उन्हें परिषद की अगली बैठक में इसकी रिपोर्ट पेश करनी होगी। यानी दो महीने के भीतर यह जांच पूरी होगी।
नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर पर इस घोटाले में शामिल होने का आरोप है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस जांच की सिफारिश कांग्रेसी पार्षद अब्दुल शफीक ने की है। शफीक ने सगीर के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष का चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए। तब से ही दोनों परिषद में एक-दूसरे का विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्षद गिरीश शर्मा के पिता का निधन होने की वजह से प्रश्नकाल नहीं किया। एजेंडे के आखिरी बिंदु पर जैसे ही शहर में होर्डिंग लगाने की बजाए यूनीपोल लगाने का मामला आया तो नेता प्रतिपक्ष सगीर और अन्य पार्षद शर्मा के यहां जाने की बात कह कर बिना चर्चा किए सदन से चले गए। उनकी गैरमौजूदगी में कांग्रेसी पार्षद शफीक ने यह सवाल किया कि होर्डिंग घोटाले की जांच के बिना निगम यूनीपोल क्यों लगाना चाहता है। उन्होंने दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर डाली। भाजपा पार्षदों ने भी उनका साथ दिया।